Trending Photos
पटना: Land For Job: लैंड फ़ॉर जॉब मामले में अगले सप्ताह रेलवे विभाग के करीब एक दर्जन कर्मचारियों और अधिकारियों से पूछताछ होगी. सीबीआई के दिल्ली स्थित मुख्यालय में यह पूछताछ 21 नवंबर से लेकर 25 नवंबर के बीच होनी है. इसमें करीब एक दर्जन कर्मचारियों को बुलाया गया है. जिन लोगों को बुलाया गया है वो सभी बिहार के सोनपुर और बरौनी रेलवे डिवीजन में काम करते हैं.
सूत्रों की मानें तो इन सभी बरौनी और सोनपुर मंडल के कर्मचारियों को सीबीआई दफ्तर में हाजिर होने का आदेश मिला है. जिन कर्मचारियों से इस मामले में सीबीआई पूछताछ करेगी उनमें से ज्यादातर लोग रेलवे के मैकेनिकल सेक्शन में पोस्टेड हैं.
ये भी पढ़ें- बिहार में 75 प्रतिशत रिजर्वेशन का रास्ता साफ, राज्यपाल ने बिल को दी मंजूरी
इन सभी लोगों को जिनको पूछताछ के लिए बुलाया गया है. इन सभी पर लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते जीमन देकर नौकरी पाने का आरोप है. हालांकि इसी मामले में लालू यादव के पुत्र तेजस्वी यादव के करीबी अमित कात्याल को ईडी ने गिरफ्तार किया है और उससे इस मामले में पूछताछ की है. हालांकि दिल्ली के राउज ऐवन्यू कोर्ट की तरफ से इस मामले में लालू यादव और उनके परिवार के सदस्य पत्नी राबड़ी देवी, पुत्र तेजस्वी यादव और सासंद बेटी मीसा भारती को व्यक्तिगत पेशी से राहत दी है.
वहीं ईडी की हिरासत में अमित कात्याल की हिरासत की अवधि को दिल्ली की एक अदालत ने बढ़ा दिया है. ईडी की तरफ से मार्च में अमित कात्याल के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. इसी समय तेजस्वी, लालू के साथ मीसा और लालू की अन्य बेटियों के आवास पर भी तालाशी ली गई थी.
लालू यादव के खिलाफ यह आरोप है कि उनके रेल मंत्री रहते कई ऐसे लोगों को रेलवे की नौकरी दी गई जिससे उसके बदले में जमीन ली गई. ऐसे में जब यह मामला सामने आया तो इसके जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंपी गई. तब सीबीआई की तरफ से यह बात जांच में सामने आई की लालू यादव ने रेलमंत्री रहते नौकरी के बदले जमीन ली और परिवार के लोगों के नाम पर इसकी रजिस्ट्री करवाई. जिसमें राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, मीसा भारती और हेमा यादव के नाम शामिल हैं. सीबीआई के साथ मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से इसी मामले में ईडी जांच कर रही है.