दिल्ली में विपक्ष को एकजुट करने गए नीतीश कुमार, पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों ने मचा दिया बवाल
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दिल्ली में विपक्ष को एकजुट करने गए नीतीश कुमार, पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों ने मचा दिया बवाल

बिहार में शिक्षकों की भर्ती को लेकर मंजूर की गई नई शिक्षक भर्ती नियमावली का विरोध अब व्यापक रूप लेता जा रहा है. कैबिनेट से मंजूरी के साथ ही इस नियमावली का विरोध का सिलसिला लगातार तेज होता जा रहा है.

सरकार के फैसले से पटना में नाराज शिक्षक अभ्यर्थी

New Teacher Niyamawali 2023: बिहार में शिक्षकों की भर्ती को लेकर मंजूर की गई नई शिक्षक भर्ती नियमावली का विरोध अब व्यापक रूप लेता जा रहा है. कैबिनेट से मंजूरी के साथ ही इस नियमावली का विरोध का सिलसिला लगातार तेज होता जा रहा है. सरकार के इस फैसले के खिलाफ शिक्षक अभ्यर्थी बुधवार को हर जिले में विरोध करने उतरे. अन्य जिलों की तरह पटना में भी नियमावली का जमकर विरोध किया गया. 

बुधवार को जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव देशभर के विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए दिल्ली में कांग्रेस नेताओं संग रणनीति बना रहे थे तो पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों में नई भर्ती नियमावली के खिलाफ उबाल जोर मार रहा था. पटना के ईको पार्क के गेट नंबर 1 पर शिक्षक अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया. प्रदर्शनकारियों को काबू करने में नाकाम होने के बाद पुलिस उन्हें घसीटते हुए ले गई. एक दिन पहले भी मंगलवार को राजद कार्यालय के बाहर शिक्षक अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया था. 

एक शिक्षक अभ्यर्थी का कहना था कि हम पहले से ही सभी परीक्षा पास कर चुके हैं. जब हमको नियुक्ति पत्र मिलना चाहिए था, तब शिक्षा मंत्री ने नई नियमावली निकाल दी. अब हमें एक और परीक्षा पास करनी होगी. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार हमको ठगने का काम कर रही है. हम नई नियमावली को कभी स्वीकार नहीं करेंगे और इसी कारण हमें सड़कों पर उतरना पड़ रहा है. विरोध करने वाले शिक्षक अभ्यर्थियों ने कहा कि आगे भी हमारा विरोध जारी रहेगा. सरकार को नई नियमावली वापस लेनी होगइी और जो लोग शिक्षक अभ्यर्थी परीक्षा पास कर चुके हैं उनको नियुक्ति पत्र देना होगा.

सरकार की ओर से मंजूर की गई नई नियमावली से विपक्ष यानी भारतीय जनता पार्टी भी खफा है. भाजपा नेताओं ने इस नियमावली को शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ मजाक करार दिया है. भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा, यह शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ एक भद्दा मजाक है और सरकार को इस नई नियमावली को वापस लेना चाहिए. 

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