आपकी सरकार, आपके अधिकार, आपके द्वार कार्यक्रम फिर होगा शुरू, सीएम सोरेन बताई दूसरे चरण की खासियत
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1371827

आपकी सरकार, आपके अधिकार, आपके द्वार कार्यक्रम फिर होगा शुरू, सीएम सोरेन बताई दूसरे चरण की खासियत

राज्य सरकार की जो योजनाएं हैं वो जनता के अधिकार होते हैं, सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की खासियत है, कि हम लोगों के घर तक जाकर उनके अधिकार पहुंचते हैं ,पिछले बार भी सफल रहा इस बार भी सफल रहेगा. 

आपकी सरकार, आपके अधिकार, आपके द्वार कार्यक्रम फिर होगा शुरू, सीएम सोरेन बताई दूसरे चरण की खासियत

रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पूजा के बाद एक बार फिर से लोगों के बीच आपके अधिकार, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के दूसरे चरण के जरिए लोगों के बीच जायेंगे. दूसरे चरण में राज्य सरकार का जोर, सरकार के जनता से जुड़ी सभी योजनाओं पर होगा तो वहीं मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना और बेटियों की शिक्षा से लेकर रोजगार पर विशेष जोर रहेगा. सीएम ने अपने बरहेट में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहा था राज्य की जो स्थिति है वैसे में वो कभी भी कहीं भी पहुंच कर वास्तविक स्थिति की जानकारी ले सकते हैं. और इसकी शुरुआत उन्होंने भोगनाडीह से प्रारंभ कर दिया है.

पिछले बार सफल रहा था कार्यक्रमः मंत्री रामेश्वर उरांव
वही मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा, लोगों तक सरकार के योजनाओं की जानकारी नहीं मिल पाती है, राज्य सरकार की जो योजनाएं हैं वो जनता के अधिकार होते हैं, सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की खासियत है, कि हम लोगों के घर तक जाकर उनके अधिकार पहुंचते हैं ,पिछले बार भी सफल रहा इस बार भी सफल रहेगा. इस बार पिछले बार से ज्यादा संख्या में लोग कार्यक्रम में उमड़ेंगे. मंत्री आलमगीर आलम ने कहा, इससे आम जनता को काफी राहत मिलता है, पिछले बार आयोजित कार्यक्रम में वर्षो से लंबित मामले का भी निष्पादन हुआ था, सीएम का ये पहल बहुत सराहनीय है,

जारी रहेगी प्रक्रिया
ये पहल हर साल 6 महीने के अंतराल में होनी चाहिए ,ताकि लोगों को लगे सरकार हमारे घर पहुंच रही है हमारे काम हो रहे हैं. जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा, पहले चरण में हर जिले में लाखों लोगों की छोटी छोटी समस्या का तुरंत समाधान मिला इससे लोगों का विश्वास बढ़ा, अब एकबार फिर से सरकार अपनी तमाम योजनाओं को लेकर उन तक पहुंचेगी. सारी योजना का लाभ लोगों को सही तरीके से मिले और उसकी निगरानी अगर मुख्यमंत्री खुद करें तो लगता है ज्यादा कारगर होता है और प्रशासन के लोग भी पंचायत तक जाते हैं. ये निरंतर जारी रहेगा.

यह भी पढ़िएः रांची के मेन रोड में मंदिर में तोड़फोड़, छावनी में तब्दील हुआ इलाका

Trending news