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पटना : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण व्यवस्था पर पुनर्विचार के सुझाव से उत्पन्न विवाद के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि उनकी पार्टी वर्तमान आरक्षण व्यवस्था में विश्वास रखती है और उस पर पुनर्विचार की आवश्यकता नहीं है। शाह का बयान ऐसे समय में आया है जब जल्द ही बिहार विधानसभा के चुनाव होने हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एक राष्ट्रीय निजी समाचार टीवी चैनल की ओर से आयोजित कार्यक्रम में भाग लेते हुए आज उन्होंने कहा कि हम देश की वर्तमान आरक्षण व्यवस्था में विश्वास रखते हैं और उस पर पुनर्विचार की आवश्यक्ता नहीं समझते। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का मत है कि जो आर्थिक तौर पर पिछड़े हैं उन पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। भागवत के आरक्षण को लेकर सुझाव पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हायतौबा मचाए जाने के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा कि उन्हें कांग्रेस जिसके साथ वे बिहार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं, के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष तिवारी के उस बयान कि वर्तमान आरक्षण व्यवस्था में बदलाव की जरूरत है पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।
उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर टिकट बांटने में उनकी पार्टी द्वारा जाति को महत्व दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उम्मीदवार चयन में जीत सकने वाले व्यक्तियों को प्रमुखता दी गई है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन की वोटों में सेंधमारी के लिए समाजवादी पार्टी, पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के चुनावी मैदान में उतरने पर उन्हें भाजपा की बी टीम होने के आरोप से इंकार करते हुए ये सभी दल भाजपा के कट्टर विरोधी हैं। ये दल स्वयं यह कह चुके हैं कि वे भाजपा को हराने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हैं क्योंकि लालू और नीतीश इस स्थिति में नहीं हैं कि भाजपा को हरा सकें। उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल कुमार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत केंद्र की राजग सरकार को ‘सूट-बूट वाली सरकार’ होने का आरोप लगाए जाने के बारे में कहा कि उन्होंने स्वयं भी हाल में सूट-बूट पहनना छोड़ा है।
शाह ने राहुल के राजग सरकार पर अपने भूमिअधिग्रहण बिल के जरिए किसानों की जमीन हड़पने के आरोप के बारे में कहा कि वे चुनौती देते हैं कि कांग्रेस ने ब्रिटिश काल के कानून के तहत अपने 68 साल के शासनकाल के दौरान किसानों की जितनी जमीन हड़पी उतनी अगले 150 सालों में नहीं की जा सकती। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बिहार को मिले 1.25 लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज को लेकर केंद्र को धन्यवाद देने के बजाए बिहार को विशेष दर्जा की बात कर जनता के बीच भ्रम पैदा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विशेष दर्जा पाने वाले किसी भी प्रदेश को दस हजार करोड़ रूपये से अधिक का विशेष आर्थिक पैकेज नहीं दिया गया पर बिहार को 1.25 लाख करोड़ रुपये का विशेष पैकेज मिला।
पटना साहिब से भाजपा सांसद और सिने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा को अपने स्टार प्रचारकों में शामिल नहीं कर उन्हें दरकिनार किए जाने के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची का इंतजार करें।