Cheetah: देश में बढ़ने वाली है चीतों की संख्या! नामीबिया से आई 'आशा' दे सकती है Good News
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Cheetah: देश में बढ़ने वाली है चीतों की संख्या! नामीबिया से आई 'आशा' दे सकती है Good News

Kuno National Park: कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए चीतों में से एक मादा चीता आशा के प्रेगनेंट होने की खबर सामने आ रही है. आइये आपको बताते हैं इस जुड़े अपडेट्स के बारे में.

Cheetah: देश में बढ़ने वाली है चीतों की संख्या! नामीबिया से आई 'आशा' दे सकती है Good News

Cheetah at Kuno National Park: मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से बड़ी खबर सामने आ रही है. हाल ही में नामीबिया से लाए 8 चीता में से एक मादा चीता 'आशा' को प्रेगनेंट बताया जा रहा है. अगर 'आशा' गर्भवती है तो भारत में बड़ी बिल्लियों की आबादी के लिए यह नई उम्मीद की तरह होगा. नन्हें मेहमानों के आने से देश में चीता की संख्या और बढ़ जाएगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मादा चीता 'आशा' के प्रेगनेंट होने की खबरों पर अभी तक कोई भी आधिकारिक बयान नहीं आया है.

देश में बढ़ने वाली है चीतों की जनसंख्या?

कहा जा रहा है कि मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चार मादा बड़ी बिल्लियों में से एक, 'आशा' के प्रेगनेंट होने के कारण भारत में नई चीतों की आबादी सात दशकों के बाद बढ़ने का अनुमान है. साथ ही साथ 'आशा' राष्ट्रीय उद्यान में जन्म देने वाली पहली मादा चीता हो सकती है.

चीता आशा प्रेगनेंट है या नहीं?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फेवरेट मादा चीता आशा के गर्भावस्था के सभी व्यवहारिक, शारीरिक और हार्मोनल संकेत मिल रहे हैं. एक अधिकारी ने कहा कि हम उत्साहित हैं, लेकिन हम अक्टूबर के अंत तक कुछ भी नहीं कह सकते कि चीता आशा प्रेगनेंट है या नहीं. 

होगी विशेष देखभाल की जरूरत

चीता कंजरवेशन फंड की डॉ. लॉरी मार्कर ने कहा कि अगर आशा गर्भवती है, तो यह उसकी यह पहली प्रेगनेंसी होगी. अगर वह प्रेगनेंट है, तो हमें उसे एकांत में और शांत रखने की जरूरत है. उन्होंने यह भी कहा कि मादा चीका के पास एक झोपड़ी शेल्टर के लिए जरूरी होनी चाहिए. ऐसी स्थिति में ट्रेंड स्टॉफ को भी उसपर नजर रखनी चाहिए. बता दें कि जन्म के समय शावकों का वजन 240 ग्राम से 425 ग्राम तक होता है और वे हर तरह से अपनी मां पर निर्भर होते हैं.

नामीबिया से आए हैं 8 चीते

मादा चीता अपने शावकों को छिपाकर रखती है जब तक कि वे लगभग छह से आठ सप्ताह के नहीं हो जाते. फिर वह उन्हें जगह बदल-बदल कर रखती है जिससे कि शावकों पर किसी की नजर न पड़े. जन्म के बाद से डेढ़ साल तक मां अपने शावकों की देखभाल करती है. याद दिला दें कि कूनो नेशनल पार्क में आशा के अलावा तीन नर चीता - फ्रेडी, एल्टन, और ओबन हैं. वहीं, चार मादा - सियाया, साशा, त्बिलिसी और सवाना हैं.

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