दिल्ली: एक लाख का ईनामी शार्पशूटर सोनू जाट गिरफ्तार, कई द‍िनों से था आतंक का पर्याय
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दिल्ली: एक लाख का ईनामी शार्पशूटर सोनू जाट गिरफ्तार, कई द‍िनों से था आतंक का पर्याय

2016 में सोनू जाट ने अपने साथी समसुद्दीन के साथ मिलकर हैदरपुर में एक ज़मीन हथियाने के दौरान हुई गैंगवार के दौरान मोहित गैंग के लोगों ने समसुद्दीन की हत्या कर दी.

दिल्ली: एक लाख का ईनामी शार्पशूटर सोनू जाट गिरफ्तार, कई द‍िनों से था आतंक का पर्याय

नई दिल्‍ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नीरज बवानिया गैंग के सोनू जाट नाम के शार्पशूटर को गिरफ्तार किया है. 28 साल के सोनू जाट पर ज़मीन हथियाने, हत्या, हत्या की कोशिश समेत दर्जनों मामले दर्ज हैं. सोनू पिछले काफी समय से नीरज बवानिया के लिए दिल्ली की सड़कों पर किसी को भी गोली मारने से नहीं चूकता था. 2016 में सोनू जाट ने अपने साथी समसुद्दीन के साथ मिलकर हैदरपुर में एक ज़मीन हथियाने के दौरान हुई गैंगवार के दौरान मोहित गैंग के लोगों ने समसुद्दीन की हत्या कर दी. सोनू ने समसुद्दीन की हत्या का बदला लेने के लिए 21 जनवरी 2019 को मोहित की गोली मारकर हत्या कर दी.

कुछ दिन बाद ही सोनू जाट ने अपने साथियों के साथ मिलकर 1 फरवरी को नरेला के होम्बिकला में दिनदहाड़े विकास चौहान उर्फ विक्की की गोली मार के हत्या कर दी थी. गोली मारने की वो पूरी घटना किसी ने अपने मोबाइल में कैद कर ली थी. इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस पर सोनू जाट को गिरफ्तार करने का भारी दबाव था. दिल्ली पुलिस ने सोनू जाट की गिरफ्तारी पर एक लाख का इनाम भी रख दिया था. कई महीनों से सोनू के बारे में जानकारी जुटाकर स्पेशल सेल की टीम को पता चला कि सोनू अपने एक साथी से मिलने भलस्वा डेरी के मुकुंदपुर आएगा. 28 जून की रात दो से ढाई बजे जैसे ही सोनू जाट मुकुंदपुर आया स्पेशल सेल ने सोनू को गिरफ्तार कर लिया. सोनू के पास से पुलिस को एक सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल और चार ज़िंदा कारतूस मिले हैं.

स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाह ने ज़ी न्यूज़ को बताया 'स्पेशल सेल लगातार फ़रार गैंगस्टर और दूसरे बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए लगी रहती है. सोनू जाट पर कई मुकदमे हैं. सोनू पर इस साल दिनदहाड़े हत्या करने जैसे कई मुकदमे दर्ज हैं. सोनू जाट जेल में बंद नीरज बवानिया गैंग का सक्रिय सदस्य है. दिल्ली पुलिस ने इसके ऊपर एक लाख का इनाम रखा हुआ है. पुलिस ने जब इसको गिरफ्तार किया तब उसके पास एक सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल और 4 ज़िंदा कारतूस मिले हैं. सोनू ने होटल मैनेजमेंट की डिग्री ली हुई है,  लेकिन जल्दी पैसा कमाने और जुर्म की दुनिया मे नाम कमाने के चक्कर मे ये मोनू बाजितपुर के संपर्क में आया और फिर नीरज बवानिया के गैंग में शामिल हो गया.'

होटल मैनेजमेंट करने के बाद बन गया जुर्म की दुनिया का उभरता हुआ सितारा...
सोनू जाट (28 साल) का जन्म हरियाणा के रोहतक के चिरी गांव में हुआ. प्रारंभिक पढ़ाई रोहतक में करने के बाद उसने रोहतक के जाट कॉलेज में बीए में दाखिला लिया. लेकिन पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी. 6 साल बाद दिल्ली के इंद्रलोक के इंस्टीट्यूट में होटल मैनेजमेंट में दाखिला लिया. पढ़ाई के दौरान सोनू अपने चाचा के घर सोनीपत गया. जहां उसकी मुलाकात अपने चचेरे भाई के जरिये दुष्यन्त उर्फ मोनू बजि‍तपुर से हुई, जो नीरज बवानिया का साथी था और उसकी दुश्मनी हैप्पी बाजितपुर से थी. उसके बाद से ही सोनू जाट ने जुर्म की दुनिया मे कदम रखा. एक के बाद एक लूट, हत्या की कोशिश और हत्या जैसी वारदातों को अंजाम देने में लग गया. एक फरवरी को विक्की के मर्डर के दौरान मर्डर की लाइव वीडियो मीडिया में आने के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सोनू को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के आदेश मिले. कई महीनों की मेहनत के बाद आखिरकार स्पेशल सेल ने आतंक का पर्याय बन चुके सोनू जाट उर्फ सोनू चिरी को गिरफ्तार कर ही लिया.

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