दरअसल, हवा में पीएम-10 कणों का स्तर 101-200 सामान्य, 201-300 खराब, 301-400 बेहद खराब और 401-500 खतरनाक माना जाता है.
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नई दिल्ली : दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी परिक्षेत्र (एनसीआर) में गुरुवार की सुबह भी धूल की गुबार छाई रही. राजधानी के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता का स्तर बेहद खराब या खतरनाक स्तर पर पहुंच गया. यहां तक की लोधी रोड एवं राजपथ जैसे हरे-भरे क्षेत्रों में भी गुरुवार सुबह एयर क्वालिटी खराब दर्ज की गई. लोधी रोड और राजपथ पर पीएम 10 का स्तर 262 तक पहुंच गया.
वहीं, आरके पुरम, मंदिर मार्ग, द्वारका, पंजाबी बाग और आईटीओ पर हालात बेहद खराब रहे. यहां वायु प्रदूषण का स्तर 'खतरनाक' श्रेणी में पहुंच गया. जहां आरके पुरम में पीएम 10 का स्तर 999, मंदिर मार्ग पर 770, द्वारका में 347 तक दर्ज किया गया. बीते बुधवार को भी दिल्ली-एनसीआर में यही स्थिति थी. केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने अनुमान व्यक्त किया कि अगले तीन दिन तक यह धुंध छाई रह सकती है. दरअसल, दिल्ली के ऊपर छाई धूल भरी धुंध के लिए राजस्थान में आई धूल भरी आंधी मुख्य वजह है.
दरअसल, हवा में पीएम-10 कणों का स्तर 101-200 सामान्य, 201-300 खराब, 301-400 बेहद खराब और 401-500 खतरनाक माना जाता है.
Delhi: Air Quality of Lodhi Road area, prominent pollutant PM 10 in 'poor' category. pic.twitter.com/ZL6XPZ7oMZ
— ANI (@ANI) June 14, 2018
Visuals of dust and haze from Delhi's Rajpath area, prominent pollutant PM 10 at 262 in 'poor' category. pic.twitter.com/cenNyuSeGo
— ANI (@ANI) June 14, 2018
Delhi: Air Quality Index at RK Puram, Mandir Marg, Dwarka, Punjabi Bagh, & ITO remain in 'Hazardous' category pic.twitter.com/YeQkRm63gg
— ANI (@ANI) June 14, 2018
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय का कहना है कि अगले तीन दिनों तक दिल्ली में यह स्थिति बरकरार रहने की आशंका है. इसके साथ ही मंत्रालय ने इन दिनों दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने को अस्वाभाविक बताते हुए कहा कि इसकी मुख्य वजह राजस्थान में आने वाली धूल भरी आंधी है. उसके कारण दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में हवा के कम दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से हवा में मिले धूलकण जमीन से कुछ ऊंचाई पर जमा हो जाते हैं. मौसम विशेषज्ञों की राय में इन दिनों भीषण गर्मी से जूझ रहे राजस्थान में तापमान की अधिकता के बीच पश्चिमी विक्षोभ के कारण तेज हवाओं के कारण धूल भरी आंधी का असर दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में धूलकणों के वायुमंडल में संघनित होने के रूप में दिखता है. इस साल भी 10 से 12 जून के बीच राजस्थान की धूल भरी आंधी का रुख दिल्ली की ओर रहा जिसकी वजह से यह स्थिति पैदा हुई है.
बवंडर/तूफान ने इस कारण लोगों को डराया और मचाई तबाही...
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के हवाले से मंत्रालय ने दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में अगले तीन दिन धूल का गुबार बरकरार रहने का अनुमान व्यक्त किया है. इसके मद्देनजर केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राज्य इकाई के माध्यम से स्थानीय निकायों और निर्माण क्षेत्र से जुड़ी एजेंसियों से लगातार पानी का छिड़काव करने को कहा है, जिससे धूल को उड़ने से रोका जा सके.
साथ ही, दिल्ली के मुख्य सचिव को इस दिशा में सभी संबद्ध एजेंसियों को आवश्यक दिशानिर्देश जारी करने को कहा है. इस बीच, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने स्थिति से निपटने के लिये संबद्ध विभागों के साथ बैठक कर स्थिति से निपटने के लिये वायु प्रदूषण रोधी कदम उठाने को कहा है. साथ ही लोगों को अधिक समय तक खुले में निकलने से बचने का भी परामर्श जारी किया है.