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नई दिल्ली: राजधानी के जंगपुरा एक्सटेंशन की एक कोठी में बीते 15 नवंबर को हुए डबल मर्डर केस की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. दो घरेलू सहायकों की हत्या के मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. हैरानी की बात ये है कि लूट के बाद सनसनीखेज तरीके से डबल मर्डर की वारदात को अंजाम देने वाले सभी आरोपियों का कोई पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है.
गिरफ्तार 5 आरोपियों की पहचान प्रशांत, सचित, अनिकेत, रमेश और धनंजय के रूप में हुई है. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि लूट के इरादे से सभी कोठी में दाखिल हुए थे और विरोध करने पर कोठी में काम करने वाली दोनों महिलाओं उजाला और मीना की हत्या कर दी गई थी.
दिल्ली के साउथ-ईस्ट डिस्ट्रिक्ट की डीसीपी ईशा पांडे ने जी न्यूज को बताया कि मर्डर के बाद टीम बनाई गई जिसमें इंस्पेक्टर एशवीर सिंह और सब इंस्पेक्टर मनोज भास्कर के साथ अन्य लोगों की टीम ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस की जांच में पता चला कि गिरफ्तार आरोपी सचित सक्सेना की रिश्तेदार 2 साल पहले कोठी में काम करती थी लेकिन बाद में काम छोड़ दिया था. सचित ने ही बाकी आरोपियों को बताया था कि कोठी में काफी पैसे हैं जिसके बाद लूट का प्लान बनाया गया.
आरोपियों ने एक महीने तक कोठी की रेकी की और वारदात को अंजाम देने के लिए पूरी प्लानिंग के तहत अपने कोड नेम भी रखे थे. आरोपी 1,2,3,4,5 वारदात के वक्त फोन भी अपने साथ नहीं लेकर आए थे ताकि उनकी लोकेशन पुलिस को मिल सके.
आरोपी लूट के बाद कोठी में लगे सीसीटीवी कैमरा का डीवीआर भी उखाड़ कर ले गए थे लेकिन पड़ोस में लगे सीसीटीवी में पांचों आरोपी कोठी में दाखिल होते वक्त रिकॉर्ड हो गए थे. यहीं से पहला सुराग पुलिस को मिला था और अब सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं.
आरोपी जब कोठी में लूट के इरादे से कोठी में दाखिल हुए तो दोनों मेड ने लूट का विरोध किया. इसके बाद लुटेरों ने दोनों की हत्या कर दी. पुलिस ने आरोपियों के पास से लूट के 90 लाख रुपये और सीसीटीवी का डीवीआर समेत 7 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं. अब सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है.