Jammu Kashmir: जिन हमलों पर कामयाबी मान रहे आतंकी, उसी जम्मू में बना सबको जहन्नुम भेजने का प्लान!
Advertisement
trendingNow12345821

Jammu Kashmir: जिन हमलों पर कामयाबी मान रहे आतंकी, उसी जम्मू में बना सबको जहन्नुम भेजने का प्लान!

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के फाइनल अंत का वक्त आ चुका है. केंद्र सरकार के ऑर्डर के बाद सुरक्षाबलों की पूरी टीम तैयार है. आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी (Army Chief General Upendra Dwivedi) जम्मू में एक अपने दिवसीय दौरे के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की पूरी समीक्षा कर चुके हैं.

Jammu Kashmir: जिन हमलों पर कामयाबी मान रहे आतंकी, उसी जम्मू में बना सबको जहन्नुम भेजने का प्लान!

Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के फाइनल अंत का वक्त आ चुका है. केंद्र सरकार के ऑर्डर के बाद सुरक्षाबलों की पूरी टीम तैयार है. आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी (Army Chief General Upendra Dwivedi) जम्मू में एक अपने दिवसीय दौरे के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की पूरी समीक्षा कर चुके हैं. इससे पहले एलजी मनोज सिन्हा ने सेना प्रमुख से हाई लेवल बैठक की थी. उस आयोजन में जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने ये भरोसा दिया कि अब आतंकियों के मंसूबों खाक हो जाएंगे. उनका हर वार बेकार जाएगा इसकी तैयारी हो चुकी है. 

आतंकवाद के समूल खात्मे का वक्त आ चुका है

गौरतलब है कि सेना प्रमुख बनने के बाद आर्मी चीफ का ये दूसरा जम्मू-कश्मीर दौरा रहा. उन्होंने सैन्य अफसरों के साथ अहम बैठक की. उस बैठक में BSF और CRPF के डीजी भी शामिल रहे. जिसके जरिए सेना ने सीमापार बैठे दुश्मन को गहरा और स्पष्ट संकेत दे दिया है कि अगर गलती से भी कोई हिमाकत की तो खाक हो जाओगे. सीमापार से अचानक बढ़े घुसपैठ और आतंकी हमलों पर बड़े प्रहार के लिए 3000 से ज्यादा सुरक्षाबलों को पहले ही तैनात कर गिया है. डिफेंस एक्सपर्ट कमर आगा का भी मानना है. कि भारतीय सेना की ये विराट तैयारी आतंक के अंत की है. पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के इशारे पर घुसपैठ में काफी इजाफा हुआ है. लेकिन अब इन आतंकियों की खैर नहीं. इन्हें जहन्नुम भेजने की तैयारी हो गई है. बस सरकार का आर्डर मिलने का इंतजार है, वो समय दूर नहीं जब सेना पाकिस्तान में घुसकर अपना एक-एक हिसाब ले लेगी.

जम्मू रीजन पर रेड अलर्ट

आपको बताते चलें कि आतंकवादी अब कश्मीर से अपना टारगेट जम्मू रीजन में शिफ्ट कर चुके हैं.  इसे लेकर कई सबूत मिले हैं. रियासी, डोडा, कठुआ से लेकर हर हमले का विश्लेषण हो चुका है. अब बस फाइनल असॉल्ट (Final assault) की तैयारी है.

Trending news