Chhattisgarh Health scam: छत्तीसगढ़ सरकार के कानून के मुताबिक सिंगल टेंडर में सिर्फ 50 हजार रुपयों की ही खरीद हो सकती है ऐसे में देखना होगा की अब ज़ी न्यूज द्वारा सैकड़ों करोड़ के घोटाले का पर्दाफाश करने के बाद छत्तीसगढ़ की बीजेपी सरकार अधिकारियों और घोटाले में शामिल अन्य लोगों पर क्या एक्शन लेती है.
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Health scam exposed in Chhattisgarh: कुछ महीने पहले तक छत्तीसगढ़ की सत्ता पर काबिज कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार पर कई घोटालों के आरोप लगे थे. उन आरोपों को लेकर कई अफसर जेल में हैं. मामले की जांच जारी है. ED की दबिश भी लगातार चल रही है. यहां बात 2018 से लेकर 2023 तक छत्तीसगढ़ की सत्ता में काबिज रही भूपेश बघेल सरकार में हुए स्वास्थ्य घोटाले की, जिसका पर्दाफाश ज़ी न्यूज़ की एक्सक्सूलिव पड़ताल में हुआ है. यह रिपोर्ट आपको ध्यान से पढ़ने की जरूरत है. इसमें आपको पता चलेगा कि भूपेश बघेल की सरकार में किस तरह से जांच उपकरणों, मशीनों और केमिकल्स में सैकड़ों करोड़ का घोटाला हुआ था.
विधानसभा में गूंजा था मामला
पिछले महीने छत्तीसगढ़ की मौजूदा बीजेपी सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में 1 जनवरी 2022 से 30 अक्टूबर 2023 तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा खरीद और किस दर पर चीज़ें खरीदी गई थी इसकी जानकारी दी थी.
EDTA ट्यूब की खरीद में 1 करोड़ 40 लाख का घोटाला
इस सिलसिले में छत्तीसगढ़ सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था की जनवरी 2022 से अक्टूबर 2023 तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यकाल के दौरान छत्तीसगढ़ कर स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने 6 हजार एडल्ट EDTA ट्यूब, 2 हजार 352 रुपए प्रति EDTA ट्यूब पैक की दर पर खरीदा था. यानी 6 हजार एडल्ट EDTA ट्यूब की खरीद पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 1 करोड़ 41 लाख 12 हजार रुपए खर्च किए थे.
Zee News की पड़ताल
खरीद फरोख की जानकारी देने वाले इसी दस्तावेज में छत्तीसगढ़ सरकार ने बताया कि बिलासपुर स्थित सरकारी अस्पताल ने यही ADULT EDTA ट्यूब का पैकेट 7 रुपए 95 पैसे और 8 रुपए 40 पैसे की दर से खरीदे थे. रायगढ़ के सरकारी अस्पताप में EDTA ट्यूब की खरीद 2 रुपए 60 पैसे प्रति EDTA TUBE PACK की दर पर हुई, जगदलपुर में 4 रुपए और 4 रुपए 20पैसे की दर पर और सरगुजा के सरकारी अस्पताल ने EDTA TUBE खरीदे 2 रुपए 15 पैसे की दर पर. यानी जो 1 EDTA TUBE छत्तीसगढ़ के अन्य अस्पतालों ने 2 रुपए से 8 रुपए में खरीद लिया. उसी एक 1 EDTA TUBE को CGMSCL ने जो 280 गुना से लेकर 1000 गुना ज्यादा दाम पर खरीदा. इस हिसाब से जहां 6000 EDTA TUBE छत्तीसगढ़ सरकार को बस 50 हजार रुपए में मिल जाने थे उसके लिए छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने 1 करोड़ 40 लाख 61 हजार 600 रुपए ज्यादा खर्च किए या यूं कहें की सिर्फ एडल्ट EDTA ट्यूब में ही 1 करोड़ 40 लाख रुपयों से ज्यादा का घोटाला किया गया.
4 गुना से लेकर 200 गुना ज्यादा वसूली गई कीमत
ये सिर्फ एक उदाहरण था. ZEE NEWS संवाददाता शिवांक मिश्रा ने जब अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाया तो पता चला की छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने विधानसभा में दी गई जानकारी के मुताबिक कुल 182 जांच उपकरण, मशीनों और केमिकल्स खरीदे थे. इस पर कुल 608 करोड़ रुपए खर्च किए थे. हमारी पड़ताल के दौरान हमे इन 182 जांच उपकरण, मशीनों और केमिकल्स में से 82 की असल Wholesale कीमत जिस पर निर्माता कंपनी अन्य अस्पतालों को बेचती है, MRP मिली जो की छत्तीसगढ़ सरकार की खरीद से 4 गुना से लेकर 200 गुना तक ज्यादा थी.
उदाहरण के लिए CGMSCL ने 5000 Pediatric EDTA ट्यूब खरीदे थे. और यहां भी एक EDTA TUBE छत्तीसगढ़ सरकार ने खरीदा 3 हजार 24 रुपए की दर में जबकि बाजार में 1 Pediatric EDTA TUBE की कीमत है 5 रुपए यानी Pediatric EDTA TUBE की खरीद में घोटाला हुआ 1 करोड़ 50 लाख 90 हजार का. जहां 6000 EDTA ट्यूब आसानी से 30 हजार रुपयों में मिल जाते तो Chhattisgarh Medical Services Corporation Limited ने खर्च कर दिए 1 करोड़ 51 लाख 20 हजार रुपए.और अकेले दो प्रकार के EDTA ट्यूब में ही छत्तीसगढ़ प्रशासन ने 2 करोड़ 91 लाख 51 हजार 600 रुपयों का घोटाला कर दिया.
सवालों के घेरे में ये कंपनियां
हमारी पड़ताल के दौरान सामने आया की छत्तीसगढ़ सरकार को सभी 182 इक्विपमेंट्स,जांच मशीन और केमिकल Reagent सप्लाई सिर्फ एक फर्म ने किया था जिसका नाम था मोक्षित कॉरपोरेशन और मोक्षित कॉरपोरेशन नाम ने छत्तीसगढ़ सरकार को जांच में काम आने वाले मेडिकल इक्विपमेंट्स, मशीन और Chemical Reagent जर्मनी की कंपनी Diasys के Supply किए थे जो जांच में काम आने वाले मेडिकल इक्विपमेंट्स, मशीन और Chemical Reagent का निर्माण करती है.
रेट लिस्ट के बारे में भी जानिए
जहां सूत्रों द्वारा ZEE NEWS को मुहैया करवाए गए Diasys द्वारा अन्य अस्पतालों को दिए गए QUOTATION के रेट लिस्ट के मुताबिक उसके 1 HDL–C Immuno FS reagent की Wholesale Market कीमत 31 हजार 590 रुपए है तो Chhattisgarh Medical Services Corporation Limited ने Diasys का यही HDL–C Immuno FS reagent खरीदा 1 लाख 96 हजार 104 रुपए प्रति Reagent की दर पर. इतना ही नहीं इस HDL–C रीजेंट की बाजार में MRP है 67 हजार 326 रूपए. छत्तीसगढ़ सरकार ने कुल 691 HDL–C Immuno FS reagent खरीदे थे और इसपर छत्तीसगढ़ सरकार ने 13 करोड़ 55 लाख रुपए खर्च किए जबकि इसकी असल कीमत 2 करोड़ 18 लाख से ज्यादा नहीं थी.
यहां भी गड़बड़झाला
इसी तरह Diasys के एक CK MB–FS REGENT के पैकेट की कीमत थी 28 हजार 417 रुपए लेकिन छत्तीसगढ़ में Diasys के इसी Reagent की सरकारी खरीद हुई 1 लाख 76 हजार 405 रुपए प्रति पैकेट की दर पर. और कुल 160 Reagent खरीदने पर सरकार ने खर्च किए 2 करोड़ 82 लाख रुपए जबकि असल कीमत पर खरीद पर खर्च होते 45 लाख 46 हजार रुपए.
Chhattisgarh Medical Services Corporation Limited ने किस कदर सैकड़ों करोड़ के घोटाले को अंजाम दिया है इसका एक बड़ा उदाहरण मिलता है D Dimer FS Reagent की खरीद में, जहां Diasys के एक D Dimer FS Reagent की असल Whole Sale कीमत है 70 हजार 622 रुपए, MRP है 5 लाख 86 हजार 616 रुपए तो छत्तीसगढ़ सरकार ने इसी कंपनी के Reagent को खरीदा 10 लाख 95 हजार 15 रुपए प्रति Reagent की दर पर. और कुल 175 D Dimer FS Reagent पर छत्तीसगढ़ सरकार ने खर्च किए 19 करोड़ 16 लाख 27 हजार रुपए जबकि असल कीमत पर खरीद पर सरकारी खजाने से सिर्फ 1 करोड़ 23 लाख रुपए ही जाते.. लेकिन यहां सिर्फ D Dimer FS Reagent की खरीद ही असल रेट से 17 करोड़ 92 लाख रूपयों से ज्यादा कीमत पर हुई.
टी एस सिंह देव थे स्वास्थ्य मंत्री
भूपेश बघेल की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव के मंत्रालय के अंतर्रागत आने वाले Chhattisgarh Medical Services Corporation Limited ने मोक्षित कॉरपोरेशन के साथ मिल कर ऐसी बंदर बांट की है. जिससे किसी का भी सिर चकरा सकता है. 1 करोड़ 70 लाख रुपए की कीमत वाले 230 One Hba1c FS Reagent को छत्तीसगढ़ सरकार ने खरीदा 10 करोड़ 61 लाख रूपयों में. यहां Diasys के 1 (एक) One Hba1c FS Reagent की असल Whole Sale कीमत थी 74 हजार 344 रुपए, MRP थी 86 हजार 340 रुपए लेकिन Mokshit Corporation से छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने 230 One Hba1c FS Reagent खरीदे 4 लाख 61 हजार 496 प्रति Reagent Pack की दर पर.
सरकारी खजाने की जमकर लूट
इसी तरह Sodium FS की खरीद में Chhattisgarh Medical Services Corporation Limited और Mokshit Corporation ने 3 करोड़ 57 लाख का, CRP FS में 4 करोड़ 80 लाख का PRE ALBUMIN FS में 4 करोड़ 25 लाख का ALBUMIN IN URINE FS में 6 करोड़ 55 लाख का और FERITTIN SR FS में 14 करोड़ का घोटाला किया है और बाजार की कीमत से ज्यादा पर खरीद की गई. सरकारी खरीद में बंदर बांट मे Chhattisgarh Medical Services Corporation Limited और Mokshit Corporation ने बाजार की दरों का भी लिहाज नहीं रखा और बाजार में कुल 66 रुपए में मिलने वाली 20 यूरिन BOTTLES के पैक को छत्तीसगढ़ सरकार ने 23 हजार 775 प्रति पैक की दर पर खरीदा है.
छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार में CGMSCL ने कैसे आम उपकरणों में भी जम कर OVERPRICING की उसका एक उदाहरण है INSTANT URINE TEST STRIP. जहां बाजार में 100 Strips वाली Instant Urine Test Strip pack की कीमत 200 से 600 रुपए है और Diasys की 100 Strips वाली Instant Urine Test Strip Pack की कीमत 1300 रुपए है तो इसी Diasys की 100 Strips वाली Instant Urine Test Strip Pack को mokshit corporation ने Chhattisgarh Medical Services Corporation Limited 3 हजार 294 रुपए प्रति पैक की कीमत पर बेचा है.
इसी तरह भारत सरकार के GEM पोर्टल पर DIASYS का Fully Automatic BIOCHEMISTRY ANALYZER 4 lakh 85 हजार 786 रुपए का बिक रहा है लेकिन Mokshit ने छत्तीसगढ़ सरकार को DIASYS का यही Fully Automatic BIOCHEMISTRY ANALYZER बेचा है 23 लाख 95 हजार रुपए का.
यह तो सिर्फ कुछ ही उदाहरण हैं हमारी पड़ताल के दौरान सामने आया है की CGMSCL द्वारा मोक्षित कॉर्पोरेशन से 182 उपकरणों और केमिकल्स की खरीद में से 82 की खरीद में कुल मिलाकर 175 करोड़ से ज्यादा का घोटाला हुआ है जहां MRP से ज्यादा कीमत पर DIASYS के उपकरण और केमिकल्स छत्तीसगढ़ सरकार ने खरीदे थे.
इस पूरे मामले पर Zee News ने घोटाले को अंजाम देने वाले Mokshit Corporation से भी संपर्क किया तो Mokshit Corporation ने जवाब दिया की की EDTA TUBE के मामले में सरकार ने तथ्य गलत रखे हैं और 2 हजार 352 रुपए 1 EDTA TUBE की कीमत नहीं 100 EDTA ट्यूब की कीमत है. लेकिन इस बात का MOKSHIT के पास कोई जवाब नहीं था की 5 रुपए में मिलने वाले 1 EDTA ट्यूब को उसके ही जवाब के मुताबिक 23 रुपए में कैसे छत्तीसगढ़ सरकार को बेचा. इसके अलावा REAGENT की WHOLE SALE कीमत जो हमने आपको दिखाई उसे MOKSHIT ने गलत ठहराया और कहा DIASYS नाम की कंपनी जिसके LAB REAGENT उसने सप्लाई किए थे उसने MOKSHIT को रीजेंट्स की कीमतें और ज्यादा QUOTE की थीं लेकिन MOKSHIT ने चीजें QUOTE कीमतों से भी कम दाम पर दी. वहीं MRP से ज्यादा कीमत पर रीजेंट सप्लाई करने पर MOKSHIT का कहना था की उसके द्वारा सप्लाई की गई DIASYS की चीजें अच्छी क्वालिटी की है तभी कीमत बाजार में मिलने वाले DIASYS के RRAGENT से ज्यादा है. हालांकि जब यही सवाल हमने DIASYS से EMAIL से किए तो DIASYS ने कई बार रिमाइंडर भेजे जाने के बाद भी अब तक कोई जवाब नहीं दिया है.
करोड़ों का पेमेंट रोका गया दोषियों पर होगी कार्रवाई
हालांकि इस पूरे मामले पर अभी की छत्तीसगढ़ सरकार के स्वास्थ्य मंत्री का कहना है की छत्तीसगढ़ सरकार इस घोटाले की जांच कर रही है मोक्षित कॉर्पोरेशन का 300 से 400 करोड़ का पेमेंट भी रोक दिया गया है और जल्द दोषियों पर कार्यवाही की जायेगी.
वैसे यह पहला मौका नहीं था जब छत्तीसगढ की भूपेश बघेल सरकार के राज में मोक्षित कॉर्पोरेशन और CGMSCL ने अनियमिताएं की हैं. इससे पहले भी साल 2021 मे छत्तीसगढ़ सरकार के सरकारी ऑडिट में सामने आया था की मोक्षित से ना सिर्फ Chhattisgarh Medical Services Corporation Limited ने बाजार दाम से ज्यादा कीमत पर खरीद की, बल्कि टेंडर से 800 प्रतिशत से 5000 प्रतिशत तक ज्यादा Quantity में चीजे खरीदी गई.
भूपेश बघेल सरकार किस कदर मोक्षित कॉर्पोरेशन पर मेहरबान थी इसका कई जीते जागते सबूत इस हेल्थ स्कैम की जांच में सामने आए. EDTA tubes की करोड़ो की खरीद CGMSCL ने सिंगल टेंडर में की जबकि छत्तीसगढ़ सरकार के कानून के मुताबिक सिंगल टेंडर में सिर्फ 50 हजार रुपयों की ही खरीद हो सकती है ऐसे में देखना होगा की अब ज़ी न्यूज द्वारा सैकड़ों के घोटाले का पर्दाफाश करने के बाद छत्तीसगढ़ की बीजेपी सरकार अधिकारियों और घोटाले में शामिल अन्य लोगों पर क्या एक्शन लेती है.