Assam News: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) और कांग्रेस नेता गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर जुबानी जंग जारी है. एक ओर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई, CM हिमंता बिस्वा सरमा पर भूमि घोटाले का आरोप लगा रहे हैं तो दूसरी ओर हिमंता बिस्वा इन आरोपों को खारिज कर रहे हैं.
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Himanta Biswa Sarma Vs Gaurav Gogoi: असम (Assam) के सीएम हिमंत ने कहा कि केंद्र सरकार से उनकी पत्नी के पैसे लेने का कोई सबूत देने पर वह कोई भी सजा स्वीकार करने के लिए तैयार हैं, जिसमें सार्वजनिक जीवन से संन्यास लेना भी शामिल है. मुख्यमंत्री ने लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई की एक पोस्ट के जवाब में ‘एक्स’ पर पोस्ट किया , ‘मैं फिर इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि ना तो मेरी पत्नी और ना ही कंपनी (जिससे वह जुड़ी हैं) ने भारत सरकार से कोई राशि प्राप्त की है या इसका दावा किया है. अगर कोई व्यक्ति सबूत दे सके तो मैं सार्वजनिक जीवन से रिटायरमेंट समेत कोई भी सजा स्वीकार करने को तैयार हूं.’
जुबानी जंग जारी
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के जवाब को कांग्रेस नेता द्वारा एक्स पर पोस्ट किये जाने के बाद बुधवार से ही गोगोई और शर्मा के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है. गौरतलब है कि पीयूष गोयल ने लोकसभा में 22 मार्च, 2023 को असम के बीजेपी सांसद पल्लब लोचन दास द्वारा पूछे गये एक सवाल का जवाब दिया था.
गौरव गोगोई ने लगाया था गंभीर आरोप
गौरव गोगोई ने आरोप लगाते हुए कहा था, ‘क्या माननीय मुख्यमंत्री केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से शिकायत कर रहे हैं? वह कह रहे हैं कि गोयल ने केवल शर्मा की पत्नी को अनुदान की मंजूरी दी, लेकिन राशि जारी नहीं की. बीजेपी के कितने और राजनेताओं ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) का इस्तेमाल अपने परिवारों को संपन्न बनाने में किया? कृपया उत्तेजित न हों. मैं आपको विधानसभा में आपकी उपस्थिति चाहने वाले विपक्षी विधायकों का लिंक भेजूंगा. मुझे खुशी होगी अगर आप कोर्ट जाएंगे तो कम से कम सारे दस्तावेज सार्वजनिक हो जाएंगे.’
इस पर हिमंत शर्मा ने कहा- 'हां, मैं उत्तेजित हूं. 2010 से आपके परिवार के प्रति मेरे गुस्से के कई कारण रहे हैं. मुझे विश्वास है कि हम अदालत में मिलेंगे और एक बार फिर मैं अपनी बात साबित कर सकूंगा. मैंने 2016 और 2021 में सफलतापूर्वक ऐसा किया है, और मैं इसे फिर से करने के लिए प्रतिबद्ध हूं, जनता की कोर्ट और कानून की अदालत दोनों में.'
(इनपुट: भाषा)