जनसंख्या के हिसाब से आत्महत्या की दर भी छत्तीसगढ़ में पिछले वर्ष के मुकाबले करीब 2 प्रतिशत बढ़ी है. इस मामले में छत्तीसगढ़ देश में चौथे नंबर पर है. वर्ष 2018 में राज्य में आत्महत्या की दर 24.7 प्रतिशत थी जो 2019 में बढ़कर 26.4% पहुंच गई है.
Trending Photos
सत्य प्रकाश/रायपुर: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Records Bureau) कीे ओर से जारी साल 2019 के आंकड़ों के मुताबिक आत्महत्या के मामले में छत्तीसगढ़ देश में 9वें नंबर पर है. छत्तीसगढ़ में साल 2019 में कुल 7629 लोगों ने आत्महत्या की, जिनमें 233 किसान और खेतीहर शामिल हैं. राज्य में साल 2018 के मुकाबले आत्महत्या के मामलों में 8.3% की बढ़ोतरी हुई है. एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2018 में छत्तीसगढ़ में कुल 7046 लोगों ने आत्महत्या की थी.
आत्महत्या की दर के मामले में छत्तीसगढ़ देश में चौथे स्थान पर है
आत्महत्या की दर भी छत्तीसगढ़ में पिछले वर्ष के मुकाबले करीब 2 प्रतिशत बढ़ी है. इस मामले में छत्तीसगढ़ देश में चौथे नंबर पर है. वर्ष 2018 में राज्य में आत्महत्या की दर 24.7 प्रतिशत थी जो 2019 में बढ़कर 26.4% पहुंच गई है. आत्महत्या की राष्ट्रीय दर 10.4 प्रतिशत है.
छत्तीसगढ़: अगस्त में GST कलेक्शन 6% बढ़ा, टीएस सिंह देव बोले- केंद्र की मंशा ठीक नहीं
साल 2019 में प्रदेश में 233 कृषकों और खेतिहरों ने आत्महत्या की. इस दौरान वर्ष 2019 में पूरे देश में 10,281 किसानों और खेतीहर मजदूरों ने आत्महत्या की. महराष्ट्र में सर्वाधिक 3,927 (2680 किसान, 1247 मजदूर), कर्नाटक में 1,992 (1331 किसना, 661 मजदूर), आंध्र प्रदेश में 1,029 (628 किसान, 401 मजदूर), मध्य प्रदेश में 541 (142 किसान, 399 मजदूर), तेलंगाना में 499 (491 किसान, 8 मजूदर), पंजाब में 302 (239 किसान, 63 मजदूर) किसानों और मजदूरों ने आत्महत्या की. देश के 12 राज्य ऐसे हैं जहां 2019 में एक भी कृषक या खेतिहर ने आत्महत्या नहीं की.
विद्यार्थियों के आत्महत्या के मामले में छत्तीसगढ़ देश में 8वें नंबर पर
एनसीआरबी रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2019 में छत्तीसगढ़ में 1679 दैनिक मजदूरों ने आत्महत्या की. इस मामले में राज्य पूरे देश में 8वें नंबर पर है. वहीं साल 2019 में छत्तीसगढ़ में 329 बेरोजगारों ने आत्महत्या की. बेरोजगारों की आत्महत्या के मामले में राज्य देश में 13वें नंबर पर है. छत्तीसगढ़ में पिछले वर्ष 66 शासकीय कर्मचारियों और अधिकारियों और 503 विद्यार्थियों ने ने आत्महत्या की. विद्यार्थियों के आत्महत्या के मामले में छत्तीसगढ़ देश में 8वें नंबर पर है.
बच्चों को अंडे खिलाने पर अड़ीं इमरती देवी, बोलीं- विरोध होता है तो हो, मुझे फर्क नहीं पड़ता
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भूपेश बघेल सरकार पर साधा निशाना
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने 2019 की नेशनल क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट के आधार पर छत्तीसगढ़ में आत्महत्या के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है. कौशिक ने कहा कि देश के कई प्रदेशों में आत्महत्या की दर पिछले साल के मुकाबले घटी है. इनमें गुजरात, हिमाचल, जम्मू कश्मीर, अरुणाचल, कर्नाटक आदि राज्य शामिल हैं. कौशिक के मुताबिक छत्तीसगढ़ जैसे छोटे राज्य में आत्महत्या करने वालों की संख्या का बढ़ना कांग्रेस सरकार के प्रति बढ़ती निराशा का प्रतीक है.
WATCH LIVE TV