चीता आशा प्रेग्नेंट है या नहीं? उलझन में कूनो नेशनल पार्क के अधिकारी, जानिए क्यों है कन्फ्यूजन
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चीता आशा प्रेग्नेंट है या नहीं? उलझन में कूनो नेशनल पार्क के अधिकारी, जानिए क्यों है कन्फ्यूजन

Ceetah Asha Pregnancy: वन अधिकारियों ने फैसला किया है कि अब चीता आशा के फिलहाल कोई टेस्ट नहीं किए जाएंगे ताकि उसे तनाव ना हो. वन अधिकारी अब प्रेग्नेंसी के लक्षण देखने के लिए इंतजार करने के मूड में हैं. 

चीता आशा प्रेग्नेंट है या नहीं? उलझन में कूनो नेशनल पार्क के अधिकारी, जानिए क्यों है कन्फ्यूजन

नई दिल्लीः देश में 70 साल बाद चीतों का आगमन हुआ है. बीते सितंबर माह में अफ्रीकी देश नामीबिया से 8 चीते मध्य प्रदेश के कूनो पालपुर नेशनल पार्क में लाए गए. अभी ये चीते क्वारंटाइन में हैं लेकिन चीतों के आने के कुछ दिन बाद ही एक चीते आशा के प्रेग्नेंट होने की खबरें सामने आईं. बता दें कि इस चीते को आशा नाम भी पीएम मोदी ने ही दिया था. अब खबर आ रही है कि जहां बाकी 7 चीतों को क्वारंटाइन से निकालकर बड़े इलाके में शिफ्ट करने की तैयारी हो रही है, वहीं आशा चीते को अभी 15 नवंबर तक क्वारंटाइन में रखा जाएगा. 

दरअसल आशा चीते की प्रेग्नेंसी को लेकर कंफ्यूजन की स्थिति बनी हुई है. बता दें कि जब आशा को नामीबिया से भारत लाया गया था तो उसका स्कैन किया गया था, जिसमें एक भ्रूण होने का आभास हुआ. आशा का एक ब्लड टेस्ट भी किया गया था. हालांकि अब आशा की प्रेग्नेंसी रिपोर्ट निगेटिव आई है. मध्य प्रदेश वन विभाग के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है. 

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, आशा के भारत आने पर उसके मल का सैंपल जबलपुर भेजा गया था ताकि उसमें प्रोजेस्ट्रोन लेवल की जांच की जा सके. हालांकि जबलपुर लैब में इस टेस्ट को करने की सुविधा ही नहीं है. जिसके चलते आशा की प्रेग्नेंसी की बात स्पष्ट नहीं हो सकी है. हैरानी की बात ये है कि चीते में प्रेग्नेंसी का पता करने के लिए ब्लड और यूरिन टेस्ट का विकल्प भी नहीं है लेकिन वन अधिकारियों ने फैसला किया है कि अब आशा के फिलहाल कोई टेस्ट नहीं किए जाएंगे ताकि उसे तनाव ना हो. वन अधिकारी अब प्रेग्नेंसी के लक्षण देखने के लिए इंतजार करने के मूड में हैं. 

वन अधिकारियों के मुताबिक आशा अगर प्रेग्नेंट है तो 10 नवंबर तक उसके शरीर में आने वाले बदलावों से पता चल जाएगा. वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि चीतों में गर्भावस्था का पीरियड 93 दिन का होता है और चीतों की शारीरिक बनावट के चलते उनमें गर्भावस्था के लक्षण कई बार बच्चे के जन्म से 3 दिन पहले ही दिखने शुरू होते हैं. हालांकि गर्भावस्था के दौरान चीतों के पेट के निचले हिस्से में उभार और निपल्स में हल्की सूजन दिखनी शुरू हो जाती है लेकिन ये लक्षण अनुभवी विशेषज्ञ ही पहचान पाते हैं.  

फिलहाल वन विभाग के अधिकारी और नेशनल टाइगर कंजर्वेटिव अथॉरिटी के अधिकारी आशा की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. 

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