मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सोमवार को वल्लभ भवन के सामने स्थित सतपुड़ा भवन में भीषण आग लग गई. सतपुड़ा भवन में सरकार के कई प्रमुख कार्यालय हैं. मौके पर आग बुझाने की कोशिशें जारी हैं.
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MP News: राजधानी भोपाल में सोमवार को वल्लभ भवन के सामने स्थित सतपुड़ा भवन में भीषण आग लग गई. सतपुड़ा भवन में सरकार के कई प्रमुख कार्यालय हैं. शुरुआती जानकारी के मुताबिक, आग इमारत की तीसरी मंजिल पर स्थित आदिम जाति कल्याण विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय में लगी थी. इसके बाद 6 वीं मंजिल तक पहुंच गई. दमकल की 20 से ज्यादा गाड़ियां मौके पर पहुंच गई हैं और आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही है. बताया जा रहा है कि बिल्डिंग में लगे 30 से ज्यादा एसी (Air Conditioner) में ब्लास्ट हो गए हैं.
जानकारी के मुताबिक, इमारत में आग करीब 4 बजे लगी थी. आग की लपटें इतनी भीषण थी कि दूर-दूर से इसका धुंआ देखा जा सकता है. करीब 3 घंटे बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका. आग लगने के बाद भी सतपुड़ा भवन में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई. इमारत में मौजूद कर्मचारियों किसी तरह अपनी जान बचाकर बाहर आ गए. मौके पर 20 से ज्यादा फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही हैं. मौके पर SDRF की टीम भी पहुंच गई है. फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है.
जहां आग लगी वहां बैठते हैं 3 आईएएस अफसर
सतपुड़ा भवन की जिस जगह आग लगी है, वहां 3 आईएएस अफसर (IAS Officer) बैठते हैं. तीसरी मंजिल पर आदिम जाति क्षेत्रीय विकास योजना के संचालक, 5 वीं मंजिल पर स्वास्थ्य संचालक और 6 वीं मंजिल पर स्वास्थ्य आयुक्त बैठते हैं. बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग में कुछ महीनों पहले रिनोवेशन का काम हुआ था. इस दौरान बड़ी मात्रा में पुराना फर्नीचर निकाला गया था, जिसे स्वास्थ्य संचालनालय में ही रख दिया था. खबर है कि आग इस रखे हुए फर्नीचर तक पहुंच गई. आग भड़कने के पीछे इसे सबसे बड़ी वजह माना जा रहा है.
कांग्रेस ने घटना को बताया साजिश
बताया जा रहा है कि आग की वजह से जनजातीय और स्वास्थ्य विभाग के कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जल गए हैं. इधर, कांग्रेस इस घटना को लेकर हमलावर हो गई है. कांग्रेस ने आग लगने की घटना की पीछे किसी साजिश की आशंका जताई है. कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि अगर चुनाव से पहले सरकारी रिकॉर्ड भवन में आग लग जाए, तो समझो सरकार गई. गुनाह मिटा दिए गए. शिवराज जी और उनकी सरकार की चला चली की बेला है. इसके अलावा पूर्व मंत्री अरुण यादव ने ट्विटर पर लिखा है कि कहीं आग के बहाने घोटालों के दस्तावेज जलाने की साजिश तो नहीं.