Mahakal Corridor Ujjain: प्रधानमंत्री के आगमन से पहले पांच दिवसीय धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारियां जोरों पर हैं. जल्द ही मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और जिला प्रशासन के अधिकारियों की बैठक होगी.बैठक में 5 दिनों तक होने वाले धार्मिक कार्यक्रम को लेकर कार्ययोजना तैयार की जाएगी.
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उज्जैन/राहुल राठौर: महाकालेश्वर मंदिर क्षेत्र में चल रहे मंदिर विस्तार कार्यों में पहले चरण के कार्यों को पूरा करने के संबंध में सीएम शिवराज ने घोषणा की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को इसका उद्घाटन करेंगे और इसके बाद महाकाल कॉरिडोर को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा. 302 करोड़ की लागत से तैयार हुए इस कॉरिडोर के प्रथम चरण के कार्य के उद्घाटन से पहले शहर में सीएम शिवराज के निर्देशन में पांच दिवसीय धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम होना है.इस आयोजन से प्रदेश के शहर ही नहीं हर गांव को जोड़ने की तैयारी की जा रही है. जिसका एलान खुद सीएम शिवराज ने निरीक्षण के बाद प्रेस कांफ्रेंस में किया.
देश विदेश के मेहमानों को आमंत्रित करने की तैयारी!
लोकार्पण के पूर्व पांच दिवसीय धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम में देश के अतिथि कलाकार ही नहीं, विदेशों से भी श्रद्धालु भाग लेंगे और कार्यक्रम में प्रस्तुति देंगे.वहीं महाशिवरात्रि पर्व की तरह शहर आकर्षक विद्युत अलंकरणों से जगमगाएगा. श्री के घाट को सजाया जाएगा और सभी धार्मिक स्थलों पर कार्यक्रम होंगे.जिसके बाद मंत्री डॉ. मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक और पूर्व मंत्री पारस जैन सहित सामाजिक संगठनों और जिला प्रशासन की बैठक होगी जिसमें यह कार्ययोजना तैयार की जाएगी.
महाकाल कॉरिडोर में बना देश का पहला नाइट गार्डन, 800 करोड़ हुए खर्च
इन कार्यो का होना है पहले चरण में लोकार्पण
मंदिर का कॉरिडोर पहले चरण में 302 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है.दूसरे चरण में कॉरिडोर,शिव अवतार वाटिका, महाकालेश्वर वाटिका,अर्थपथ क्षेत्र, रुद्र सागर समुद्र तट, पार्किंग, धर्मशाला, प्रवचन हॉल, फूड एरिया, नूतन और गणेश विद्यालय परिसर अन्य कार्य वर्ष 2023 तक मई-जून में पूर्ण किया जाना है.जिसमें मुख्य रूप से महाराजवाड़ा परिसर, रुद्र सागर का जीर्णोद्धार,छोटा रुद्रसागर तट विकास, रेलवे अंडरपास, रुद्र सागर पैदल पूल, महाकालेश्वर द्वारा,प्राचीन मार्गों का जीर्णोद्धार, बेगमबाग मार्ग का विकास, रुद्र सागर पश्चिमी सड़क का विकास, महाकाल मंदिर पहुंच मार्ग, पर्यटन सूचना केंद्र, महाकाल थाना समेत कई अन्य कार्य मंदिर को 2.4 हेक्टेयर से बढ़ाकर 35 हेक्टेयर करने के लिए किए जाने हैं.