Seoni Malwa: जान जोखिम में डालकर बनाए जा रहे हैं आयुष्मान कार्ड, इस वजह से ऊंची पहाड़ी पर हो रहा रजिस्ट्रेशन
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Seoni Malwa: जान जोखिम में डालकर बनाए जा रहे हैं आयुष्मान कार्ड, इस वजह से ऊंची पहाड़ी पर हो रहा रजिस्ट्रेशन

Narmadapuram News: सिवनी मालवा में जान जोखिम में डालकर लोग आयुष्मान कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन कराने 800 फीट ऊंची पहाड़ी पर चढ़ रहे हैं.

Narmadapuram

नर्मदापुरम: आदिवासी अंचल में सतपुड़ा पर्वत पर अनेक ऐसे गांव हैं.जहां इंटरनेट की कनेक्टिविटी नहीं है,लेकिन गरीब पात्र आदिवासियों के आयुष्मान कार्ड बनाना भी उतना ही आवश्यक है.जिसके लिए आयुष्मान कार्ड बनाने वाली टीम अपनी जान जोखिम में डालना पढ़ रहा है.बता दें कि जिले के सिवनी मालवा के आदिवासी ग्रामीण क्षेत्र सामरधा पंचायत की जहां आयुष्मान कार्ड के रजिस्ट्रेशन को लेकर ग्रामीणों और सरकारी कर्मचारियों को अपनी जान जोखिम में डालकर जान बचाने वाले आयुष्मान कार्ड बनाना पड़ रहा है.

दरसअल सिवनी मालवा के आदिवासी ग्रामीण क्षेत्र ग्राम पंचायत सामरधा के 8 गांवों में नेटवर्क की खासी दिक्कत है. जिसके चलते आयुष्मान कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन करने वाली टीम ने 800 फीट ऊंची पहाड़ी चढ़कर नेटवर्क खोजा. जहां पर बैतूल जिले का नेटवर्क मिला है. अब ऐसी स्थिति में टीम ग्रामीण आदिवासियों को दूर पहाड़ी पर बुला रही है. जहां नेटवर्क मिलने से आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए रजिस्ट्रेशन का कार्य शुरू किया गया है.

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नेटवर्क बहुत कमजोर
आयुष्मान कार्ड बनाने लक्ष्य दिया गया है. आयुष्मान कार्ड बनाने वाली टीम का कहना है कि यह लक्ष्य सामान्य स्थिति में 8 से 10 दिनों में पूरा किया जा सकता है, लेकिन इस क्षेत्र में यह लक्ष्य एक से डेढ़ माह में पूरा किया जाएगा क्योंकि यहां पर दूसरे जिले बैतूल का नेटवर्क मिल रहा है, वहां नेटवर्क भी बहुत कमजोर हैं.

पहाड़ी पर कई घंटे लग रहे हैं
जो काम 5 से 10 मिनट में पूरा होना चाहिए. वहीं काम को पूरा होने में पहाड़ी पर कई घंटे लग रहे हैं. ऐसे में कार्ड बनाए जाना बहुत ही कठिन है.आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए टीम अपने स्तर पर कार्ड रजिस्ट्रेशन के लिए प्रयास कर रही है. अधिकारियों को सूचित किए जाने के बाद भी कोई सहयोग टीम को नहीं मिल रहा है. परिणामस्वरूप टीम और आदिवासी परिवारों को जान जोखिम में डाल कर 800 फीट ऊंची पहाड़ी पर आयुष्मान कार्ड बनाए जाने के लिए जाना पड़ रहा है.

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