मौका-ए-वारदात से पीड़िता के भाई और ग्रामीणों ने 100 डायल को रात में ही सूचना देकर मदद मांगी थी. लेकिन गाड़ी डेढ़ घंटा लेट पहुंची थी.
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राकेश जायसवाल/खरगोन: मारुगढ़ में नाबालिग से दुष्कर्म मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है. 100 डायल आरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है. दुष्कर्म की घटना के बाद पीड़िता के भाई और ग्रामीणों ने डायल 100 में कॉल करके तुरंत मदद मांगी थी. लेकिन गाड़ी डेढ़ घंटे देरी से पहुंची थी. हालांकि यह कार्रवाही खानापूर्ति भर है. घटना को आज 4 दिन हो चुके हैं और पुलिस के हाथ अब भी खाली ही हैं.
शुक्रवार को वारदात स्थल पर पहुंचे थे IG
मौका-ए-वारदात से पीड़िता के भाई और ग्रामीणों ने 100 डायल को रात में ही सूचना देकर मदद मांगी थी. लेकिन गाड़ी डेढ़ घंटा लेट पहुंची थी. लोगों का आरोप लगाया था कि पुलिस जल्दी आ जाते तो दु्ष्कर्मी पकड़े जाते क्योंकि पैदल ही भागे थे. इस मामले में डीआईजी तिलक सिंह ने आरक्षक बलवीर यादव को सस्पेंड कर दिया है. बीते शुक्रवार को आईजी योगेश देशमुख भी खरगोन पहुंचे थे और घटना की जानकारी ली थी. साथ ही सख्त ही लापरवाह पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे.
क्या है मामला?
आपको बता दें कि बुधवार को खरगोन जिले से भी उत्तर प्रदेश के हाथरस जैसी वारदात सामने आई थी. यहां भी एक नाबालिग किशोरी बदमाशों की हवस का शिकार हुई थी. पानी पीने के बहाने आए तीन बदमाश लड़की को उठा ले गए और फिर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया था. यहां भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं. परिजनों का आरोप है कि शिकायत के बाद भी पुलिस करीब डेढ़ घंटे बाद मौके पर पहुंची.
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चोरी बाइक के अलावा पुलिस के पास कोई सुराग
गैंगरेप के आरोपियों को पकड़ने में अब भी पुलिस नाकाम है. चोरी की बाइक के अलावा पुलिस के हाथ दूसरा कोई सुराग नहीं लगा है. पुलिस उसी बाइक को टारगेट कर आरोपियों की सुराग लगाने में जुटी है. जिससे तीनों आरोपी मारुगढ़ गांव पहुंचे थे और 16 वर्षीय नाबालिग को खेत में बने आशियाने से उठाकर जंगल में ले जाकर हवस का शिकार बनाया था.
हाथरस से जोड़कर देख रहे घटना को
हालांकि इस घटना से अब शिवराज सरकार की कार्यशैली पर प्रश्न उठने लगेंगे हैं. लोग इसे उत्तरप्रदेश के हाथरस जैसी घटना मानकर चल रहे हैं. हाथ में एक 22 वर्षीय युवती से भी ऐसी हैवानियत हुई थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. उस पूरे मामले में यूपी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे हैं. यूपी की इस घटना पर पूरे देश में बवाल मचा हुआ. कांग्रेस-सपा-बसपा भी इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ को घेर रहे हैं. इस बीच सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आरोपी किसी भी हाल में छोड़ेंगे नहीं जाएंगे, उनका नाश निश्चित है. लेकिन ऐसा कोई बयान अभी शिवराज सिंह चौहान की ओर से नहीं आया है, शायद वो इस घटना को भी सामान्य ही मानकर चल रहे हैं.
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