MP News: प्राण प्रतिष्ठा के दिन यहां लिया 31 बच्चों ने जन्म, जुड़वां भाइयों का नाम भी राम-लक्ष्मण रखा
Advertisement

MP News: प्राण प्रतिष्ठा के दिन यहां लिया 31 बच्चों ने जन्म, जुड़वां भाइयों का नाम भी राम-लक्ष्मण रखा

Ramlalla Pran Pratishtha Ayodhya: रामलला के अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के दिन मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के 31 बच्चों ने राम और सीता के रूप में जन्म लिया.

 

MP News: प्राण प्रतिष्ठा के दिन यहां लिया 31 बच्चों ने जन्म, जुड़वां भाइयों का नाम भी राम-लक्ष्मण रखा

हरीश गुप्ता/छतरपुर: 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर छतरपुर के जिला अस्पताल में एक महिला ने दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया. दोनों शिशुओं का नाम राम और लक्ष्मण रखा गया. इसी के साथ जिला अस्पताल में 31 डिलीवरी की गई. इनमें 24 नॉर्मल व 8 सिजेरियन डिलवरी हुईं.  इसी के साथ 19 बेटे व 13 बेटियों की किलकारियां हॉस्पिटल में गूंजीं. रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा को साक्षी मानते हुए अधिकतर परिजनों ने अपने बच्चों का नाम राम और सीता रखा. 

अस्पताल में उत्साह
अस्पताल में सभी लोग खुशियां मनाते हुए नजर आए. वहीं राम-लक्ष्मण का जन्म जिले के बसाटा निवासी ममता रैकवार के यहां हुआ. इस दौरान ममता के पति भवानीदीन रैकवार ने खुशी का इजहार करते हुए कहा कि, हमें इस बात की खुशी है कि जहां अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी. वहीं हमें दो जुड़वा पुत्र मिले हैं. जिनका नाम हमने राम और लक्ष्मण रखा है. ऐसा लग रहा है जैसे हमारे घर साक्षात भगवान श्रीराम और लक्ष्मण पैदा हुए हुए है.

उधर जन्म देने के बाद बच्चों का शारीरिक चेकअप करने पहुंची डॉक्टरों की टीम ने बच्चों का वजन नापा एवं उनका चेकअप करते हुए बताया कि दोनों बच्चों का वजन 3 किलो तकरीबन हैं. बच्चे पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं. इसके अलावा खास बात यह है कि इन बच्चों के माता-पिता ने इन बच्चों का नाम राम और लक्ष्मण रखा है.

यह भी पढ़ें: MP News: पत्नी से हुआ झगड़ा तो हैवान बना पिता, 4 साल की बेटी को नदी में फेंका, बच्ची की तलाश में जुटे गोताखोर

 

एमपी में 500 से ज्यादा बच्चों ने लिया जन्म
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन यानि 22 जनवरी को मध्यप्रदेश में तकरीबन 500 से ज्यादा बच्चों ने जन्म लिया. राजधानी भोपाल में 150 के करीब डिलीवरी हुईं. इसके अलावा, ग्वालियर में 90, इंदौर में 35, छतरपुर में 31 और शिवपुरी में 33 से ज्यादा बच्चों का जन्म हुआ. बता दें कि गर्भवती महिलाएं उस दिन बच्चे को जन्म देने के लिए काफी उत्सुक थी. खासकर जिन महिलाओं की सिजेरियन डिलीवरी होनी थी, वे 22 जनवरी को ही सिजेरियन डिलीवरी प्लान कर रही थी.

Trending news