पैसे मांगने पर ठेकेदार ने मजदूर को दी इतनी अमानवीय सजा कि हम लिखने का भी साहस नहीं कर पा रहे हैं
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पैसे मांगने पर ठेकेदार ने मजदूर को दी इतनी अमानवीय सजा कि हम लिखने का भी साहस नहीं कर पा रहे हैं

डेढ़ महिने पहले का बताया जा रहा यह मामला शुक्रवार को उजागर हुआ है. क्योंकि इतने दिनों तक चले इलाज के बाद शुक्रवार को मजदूर की मौत हो गई है. डॉक्टरों का कहना है कि मजदूर के अंदरूनी अंग फट गए थे.

मजदूर परमानंद

दीपक अग्रवाल/शिवपुरीः शिवपुरी जिले से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला उजागर हुआ है. यहां अस्पताल में पिछले डेढ़ महीने से अपनी जिंदगी की लड़ाई लड़ रहे एक मजदूर की दर्दनाक अवस्था में मौत हो गई है. जानकारी मिली है नवंबर में मजदूर ने ठेकेदार से अपने काम करने के पैसे मांगे थे. जिसपर गुस्साए ठेकेदार ने कम्प्रेशर से उसके गुप्तांग में हवा भर दी थी.

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मेहनताना मांगने पर हो गया था विवाद
यह मामला जिले के गोवर्धन थाना क्षेत्र के गाजीगढ़ धौरिया गांव का बताया गया है. जहां डेढ़ महीने पहले 40 वर्षीय परमानंद धाकड़ गांव के पास ही तोमर बिल्डर्स के गिट्टी क्रेशर पर काम कर रहा था. तभी अपना मेहनताना मांगने के दौरान उसका क्रेशर इंचार्ज राजेश राय से विवाद हो गया.

ठेकेदार ने साथियों संग मिलकर दी सजा
मजदूर के भाई धनीराम ने बताया कि विवाद बढ़ते ही ठेकेदार भड़क गया और उसने अपने साथियों देवेंद्र, रवि, पिंचू, राजेश व पप्पू खान को बुलाया. उनके साथ मिलकर उसने परमानंद के गुप्तांग में लेजम डालकर हवा भर दी. जिससे उसके शरीर की हालत बिगड़ी और उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया.

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अंदरूनी अंग फटने से हुई मौत
मजदूर की गंभीर हालत देख ग्वालियर से लेकर जयपुर अस्पताल तक में उसका इलाज करवाया गया. बावजूद इसके हालत में कोई सुधार नहीं हुआ. अंततः शुक्रवार को मजदूर ने जिंदगी से हार मान ली और डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. डॉक्टर का कहना है कि कम्प्रेशर की तेज हवा से मजदूर के अंदरूनी अंग फट गए थें, जिनमें सुधार नहीं हो पाने के कारण उसकी मौत हुई है.

पुलिस में दर्ज हुआ मामला
इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी डेढ़ महीने तक पुलिस में मामला दर्ज नहीं हो सका था. SDOP निरंजन सिंह राजपूत से इस बारे में बात की गई. उन्होंने बताया कि मजदूर के देहांत के बाद मामला उजागर हुआ था. जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी, परिजनों की शिकायत दर्ज करने उनके घर गए थें.

परिजनों ने बयानादेने से कर दिया था मना
थाना पभारी के वहां पहुंचने के बावजूद परिजन डरे हुए थें, और उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ किसी भी तरह का मामला दर्ज कराने से मना कर दिया था. अंत में एसडीओपी स्वयं मजदूर के घर पहुंचे और उन्होंने परिजनों के बयान दर्ज कर 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया. पुलिस विभाग की एक टीम मामला दर्ज होते ही ठेकेदार सहित 6 लोगों की तलाश में जुट गई है. 

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