बस से उतारा, आईडी कार्ड देखे और गोलियों से भून डाला... 33 लोगों को आतंकियों ने उतारा मौत के घाट
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बस से उतारा, आईडी कार्ड देखे और गोलियों से भून डाला... 33 लोगों को आतंकियों ने उतारा मौत के घाट

Pakistan Terrorists Attack: अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य हमले में बलूचिस्तान के कलात जिले में बंदूकधारियों ने चार पुलिस अधिकारियों समेत कम से कम 10 लोगों की हत्या कर दी. सुरक्षा सूत्रों ने ‘जियो न्यूज’ को बताया कि आतंकवादियों ने 24 अगस्त और 25 अगस्त की रात को बलूचिस्तान में कई जगहों पर हमले किए.

बस से उतारा, आईडी कार्ड देखे और गोलियों से भून डाला... 33 लोगों को आतंकियों ने उतारा मौत के घाट

Pakistan Balochistan Murder: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में सोमवार को दो अलग-अलग हमलों में हथियारबंद हमलावरों ने कम से कम 33 लोगों की हत्या कर दी. पहली घटना में बलूचिस्तान के मूसाखेल जिले में बंदूकधारियों ने बसों से यात्रियों को उतारा. इसके बाद उनका आईडी कार्ड देखा और पंजाब प्रांत के कम से कम 23 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयूब खोसो ने बताया, मृतकों में से ज्यादातर लोग दक्षिणी पंजाब के और कुछ खैबर पख्तूनख्वा के हैं जिससे पता चलता है कि उनकी जातीय पृष्ठभूमि के कारण उनकी हत्या की गई है.'

आतंकियों ने किए ताबड़तोड़ हमले

अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य हमले में बलूचिस्तान के कलात जिले में बंदूकधारियों ने चार पुलिस अधिकारियों समेत कम से कम 10 लोगों की हत्या कर दी. सुरक्षा सूत्रों ने ‘जियो न्यूज’ को बताया कि आतंकवादियों ने 24 अगस्त और 25 अगस्त की रात को बलूचिस्तान में कई जगहों पर हमले किए. खोसो ने बताया कि हथियारबंद लोगों ने मूसाखेल में हाइवे पर करीब 12 वाहनों में आग भी लगा दी. प्रांत में सबसे ज्यादा सक्रिय आतंकवादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने मूसाखेल में हमले की जिम्मेदारी ली है.

रेडियो पाकिस्तान ने बताया कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हमले की कड़ी निंदा की है. जरदारी ने कहा कि निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या पूरी मानवता की हत्या है और उन्होंने दोषियों को सजा दिलाने का आह्वान किया. प्रधानमंत्री ने स्थानीय प्रशासन को शोक संतप्त परिवारों के साथ पूरा सहयोग करने और घायलों को चिकित्सा सहायता देने का आदेश दिया. 

'किसी भी तरह का आतंकवाद मंजूर नहीं'

उन्होंने कानून प्रवर्तन एजेंसियों को घटना की तुरंत जांच करने का भी निर्देश दिया. शहबाज शरीफ ने कहा, 'इस घटना के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को कड़ी सजा दी जाएगी.' उन्होंने कहा कि देश में किसी भी प्रकार का आतंकवाद मंजूर नहीं है. राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों ने आतंकवाद की समस्या को खत्म करने की पाकिस्तान की अटूट प्रतिबद्धता जताई. बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने आतंकवाद की इस घटना की कड़ी निंदा की है. उन्होंने आतंकवाद के कायरतापूर्ण कृत्य में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं भी व्यक्त की हैं. 

बुगती ने कहा कि आतंकवाद और उनके मददगार बच नहीं पाएंगे. उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान सरकार आतंकवादियों को पकड़ लेगी. पुलिस ने बताया कि एक अन्य आतंकवादी हमले में बोलन के डोजन इलाके में एक रेलवे पुल को बम से उड़ा दिया गया. बलूचिस्तान, पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है लेकिन अन्य प्रांतों से अधिक संसाधन होने के बावजूद यह सबसे कम विकसित है. बीएलए और अन्य बलूच अलगाववादियों ने क्षेत्र में काम कर रहे पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांत के लोगों पर हमले तेज कर दिए हैं. 

पहले भी हो चुके हैं हमले

मूसाखेल में हमले से करीब चार महीने पहले पंजाब के लोगों को निशाना बनाते हुए ऐसा ही हमला किया गया था. अप्रैल में नोश्की के समीप एक बस से नौ यात्रियों को उतारा गया था और बंदूकधारियों ने उनके पहचान पत्र देखने के बाद उन्हें मौत के घाट उतार दिया था. पिछले साल अक्टूबर में अज्ञात बंदूकधारियों ने बलूचिस्तान में केच जिले के तुरबत में पंजाब के छह श्रमिकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. 

ऐसी ही एक घटना 2015 में भी हुई थी जब बंदूकधारियों ने तुरबत के पास एक श्रमिक शिविर पर हमला कर 20 लोगों की हत्या कर दी थी. पाकिस्तान संघर्ष और सुरक्षा अध्ययन संस्थान के अनुसार, बलूचिस्तान में पिछले साल 170 आतंकवादी हमले हुए थे जिनमें 151 नागरिकों और 114 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी. 

(इनपुट-पीटीआई)

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