Congress Mps: कांग्रेस ने साढ़े 8 हज़ार का लालच ग़रीब, दलित, अल्पसंख्यक महिलाओं को दिया था. चुनाव आयोग ने इस गारंटी कार्ड पर उसे रोका भी था, 2 मई को ही कांग्रेस को एडवायज़री दी थी. चुनाव नतीजे के दिन ही कांग्रेस दफ्तरों पर भीड़ लग गई थी.
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लालच बुरी बला है. ना लालच देना अच्छा है, ना लालच में आना अच्छा है. हाथ कुछ नहीं आता, उल्टे जो हाथ में है वो भी चला जाता है. आपको क्या लगता है, संसद में कांग्रेस का स्कोर भी 99 से ज़ीरो हो जाएगा? ज़्यादा दिन नहीं हुए हैं जब चुनाव प्रचार में खूब खटाखट.. टकाटक.. फटाफट हो रहा था. राहुल गांधी रैलियों में वादा कर रहे थे कि जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनी, महिलाओं के खाते में हर महीने साढ़े 8 हज़ार रुपए आने शुरू हो जाएंगे. सरकार तो नहीं बनी, कांग्रेस के नंबर ज़रूर बढ़ गये. उसके सांसद 55 से बढ़कर 99 हो गये.
लेकिन अब इसमें एक ट्विस्ट आ गया है कि कांग्रेस के सांसद 99 से वापस ज़ीरों तो नहीं हो जाएंगे? इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल हुई है, जिसमें कांग्रेस की गारंटी कार्ड योजना को रिश्वत बताया गया है. याचिका में 3 मांगें हैं कि-
- कांग्रेस के 99 सांसदों को अयोग्य घोषित किया जाए.
- कांग्रेस का चुनाव चिन्ह जब्त हो, रजिस्ट्रेशन रद्द हो.
- 8500 रु. को 'नोट के बदले वोट' का लालच माना जाए.
कांग्रेस ने साढ़े 8 हज़ार का लालच ग़रीब, दलित, अल्पसंख्यक महिलाओं को दिया था. चुनाव आयोग ने इस गारंटी कार्ड पर उसे रोका भी था, 2 मई को ही कांग्रेस को एडवायज़री दी थी. चुनाव नतीजे के दिन ही कांग्रेस दफ्तरों पर भीड़ लग गई थी. महिलाएं पहली किस्त लेने पहुंच गईं थी...याचिका में कहा गया है-
- वोटरों को 8500 रुपए महीने की पेशकश सीधे-सीधे लालच था.
- ये जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 121(1)(A) का उल्लंघन है
- 8500 रु. की पेशकश भारतीय न्याय संहिता के तहत अपराध है.
कांग्रेस के साढ़े 8 हजार रुपये के गारंटी कार्ड पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के हस्ताक्षर थे इलाहाबाद हाईकोर्ट ने याचिका पर अगले हफ्ते सुनवाई रखी है.