महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में आया नया मोड़, हिरासत में शिष्य आनंद गिरि
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महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में आया नया मोड़, हिरासत में शिष्य आनंद गिरि

महंत नरेंद्र गिरि के निधन पर संत समाज के अलावा तमाम राजनेताओं ने भी दुख जताया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार सुबह महंत नरेंद्र गिरि के अंतिम दर्शन के लिए प्रयागराज जाएंगे.

साधु समाज ने की मौत की CBI जांच की मांग

नई दिल्ली: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की प्रयागराज स्थित मठ में संदिग्ध हालात में मौत हो गई है. महंत की मौत के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. हालांकि उनके जिस शिष्य आनंद गिरि ने इसे हत्या बताया था उन्हें अब हिरासत में ले लिया गया है. यूपी के एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि महंत का शव कमरे में लटका हुआ मिला था और मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है. नोट में महंत ने 2 लोगों पर आरोप लगाए हैं और उनमें से एक आनंद गिरि को हरिद्वार से हिरासत में लिया गया है.  

  1. महंत नरेंद्र गिरि का प्रयागराज में निधन
  2. फंदे से लटकता मिला महंत का शव
  3. संत समाज ने की CBI जांच की मांग

अंतिम दर्शन को जाएंगे सीएम योगी

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महंत नरेंद्र गिरि के अंतिम दर्शन के लिए मंगलवार सुबह प्रयागराज जाएंगे. इसके अलावा पुलिस ने देर रात इस मामले में आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. माना जा रहा है कि इन दोनों के नाम भी नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट में शामिल थे.  

'हत्या कर मुझे फंसाने की साजिश'

आनंद गिरी ने हिरासत में लिए जाने के बाद कहा कि महंत नरेंद्र गिरि की हत्या कर मुझे फंसाने की साजिश की जा रही है. अपने पुराने बयान को दोहराते हुए आनंद ने कहा कि मठ की जमीन हड़पने और वर्चस्व की लड़ाई को लेकर नरेंद्र गिरि की हत्या की गई है. 

उन्होंने कहा कि गुरुजी सुसाइड नहीं कर सकते. आनंद गिरि ने कहा कि मठ की संपत्ति को बेचकर लोगों ने बड़ी-बड़ी हवेलियां बनाई हैं. आनंद ने दावा किया कि अन्य लोग भी मठ की संपत्ति पर निगाहें गड़ाए हुए थे और डॉक्टर समेत कई उद्योगपति से महंत नरेंद्र गिरी ने कर्ज ले रखा था. अपनी सफाई में आनंद गिरि ने कहा कि मई के बाद मेरी गुरुजी से मुलाकात नहीं हुई है और आखिरी बार हम लखनऊ में मिले थे.

'दरार पैदा करना चाहते थे कुछ लोग'

इससे पहले जी न्यूज से बात करते हुए आनंद गिरी ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरि की हत्या की गई है और इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए. आनंद गिरि ने कहा कि कुछ लोग मेरे और गुरुजी के बीच दरार पैदा करने की कोशिश में लगे हुए थे और साथ ही नरेंद्र गिरि को घुन की तरह खाने का काम कर रहे थे. आनंद गिरि का कहना है जब मेरी बात हुई थी तो गुरुजी पूरी तरह स्वस्थ थे और वह कोरोना तक को मात दे चुके हैं.

ये भी पढ़ें: अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में मौत, जांच में जुटी पुलिस 

नरेंद्र गिरि के निधन पर संत समाज के अलावा पीएम नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नरेंद्र गिरि के निधन को आध्यात्मिक जगत के लिए बड़ी क्षति बताया. पूर्व सीएम अखिलेश यादव और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने भी महंत के निधन पर शोक जताया है. 

संत समाज ने की CBI जांच की मांग

इसके अलावा अयोध्या का संत समाज महंत के निधन से शोक में डूब गया है. हनुमानगढ़ी के निर्वाणी अखाड़ा के महंत धर्मदास ने कहा कि ये घटना साधु समाज के लिए दुखद, अब इस घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए. शुरुआती जांच में पता चला है कि उनके कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है और शव फंदे से लटकता हुआ मिला था. आईजी केपी सिंह ने जी न्यूज से इस बात की पुष्टि भी की है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या भी महंत की सुसाइड की बात कह चुके हैं.  

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