Priyanka Gandhi: वायनाड से जीत हुई तो प्रियंका गांधी पहली बार किसी सदन की सदस्य बनेंगी. वह 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सक्रिय राजनीति में उतरी थीं. उसके बाद से वह पार्टी महासचिव की जिम्मेदारी निभा रही हैं.
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Priyanka Gandhi Income: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकसभा उपचुनाव में केरल की वायनाड सीट से नामांकन दाखिल कर अपनी पहली चुनावी पारी शुरू कर दी है. भाई राहुल गांधी के वायनाड सीट छोड़ने के बाद प्रियंका ने इस सीट से बुधवार को पर्चा भरा है. इस दौरान उन्होंने अपनी चल-अचल संपत्ति का भी खुलासा किया है.
अपने नामांकन पत्र में प्रियंका ने 12 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है. प्रियंका ने वित्त वर्ष 2023-2024 में 46.39 लाख रुपये से अधिक की कुल आय भी घोषित की है, जिसमें किराये की आय और बैंकों और अन्य निवेशों से ब्याज शामिल है. नामांकन पत्र के साथ दाखिल हलफनामे में प्रियंका गांधी ने कहा कि उनके पास 4.24 करोड़ रुपये से अधिक की चल संपत्ति है, जिसमें तीन बैंक खातों में अलग-अलग राशि की जमा रकम, म्यूचुअल फंड और PPF में निवेश, उनके पति रॉबर्ट वाड्रा द्वारा गिफ्ट में दी गई होंडा सीआरवी कार और 1.15 करोड़ रुपये का 4400 ग्राम सोना शामिल है.
उनकी अचल संपत्तियों की कीमत 7.74 करोड़ रुपये से अधिक है, जिसमें नई दिल्ली के महरौली क्षेत्र में विरासत में मिली कृषि भूमि के दो हिस्से और वहां स्थित एक फार्महाउस भवन में आधा हिस्सा शामिल है. इनकी कुल कीमत अब 2.10 करोड़ रुपये से अधिक है.
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इसके अलावा, उनके हलफनामे के अनुसार हिमाचल प्रदेश के शिमला में उनके पास एक घर है, जिसकी वर्तमान कीमत 5.63 करोड़ रुपये से अधिक है. प्रियंका ने अपने हलफनामे में अपने पति की चल-अचल संपत्तियों का भी ब्योरा दिया है. हलफनामे के अनुसार रॉबर्ट वाड्रा के पास 37.9 करोड़ रुपये से अधिक की चल संपत्तियां और 27.64 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्तियां हैं.
प्रियंका के पास ब्रिटेन के एक विश्वविद्यालय से दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से बौद्ध अध्ययन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा तथा दिल्ली विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में बीए ऑनर्स की डिग्री है. उन पर 15.75 लाख रुपये की देनदारियां हैं. उनके हलफनामे में कहा गया है कि वह कर निर्धारण वर्ष 2012-13 के लिए आयकर पुनर्मूल्यांकन कार्रवाई का भी सामना कर रही हैं, जिसके अनुसार उन्हें कर के रूप में 15 लाख रुपये से अधिक का भुगतान करना है.
हलफनामे में कहा गया है कि इसके अलावा उनके खिलाफ दो प्राथमिकी और वन विभाग का नोटिस भी है. इसमें कहा गया है कि मध्य प्रदेश में 2023 में दर्ज प्राथमिकी में से एक आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 469 (जालसाजी) के तहत है और यह एक व्यक्ति की शिकायत पर आधारित है जिसमें आरोप लगाया गया है कि उन्होंने कुछ भ्रामक ट्वीट पोस्ट किए हैं.
उत्तर प्रदेश में 2020 में दर्ज दूसरी प्राथमिकी के तहत 2020 के हाथरस की घटना के खिलाफ उनके विरोध के लिए दर्ज की गई है. राहुल गांधी और प्रियंका दोनों पर बलात्कार पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए हाथरस की ओर जाने पर सीआरपीसी की धारा 144 का उल्लंघन और कोविड-19 प्रकोप के चलते लगाए गए महामारी रोग अधिनियम से संबंधित आदेशों के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था.
इससे पहले वायनाड में नामांकन के दौरान उन्होंने खुद को स्थानीय लोगों के परिवार का हिस्सा बताते हुए कहा कि वह उनके स्नेह को संजोकर आगे बढ़ेंगी. प्रियंका ने राजनीतिक अनुभव की कमी के आरोपों को लेकर विरोधियों को जवाब भी दिया और कहा कि उनके पास राजनीति में 35 साल का अनुभव है क्योंकि वह 1989 में अपने पिता राजीव गांधी के साथ 17 साल की उम्र में पहली बार चुनाव प्रचार अभियान में शामिल हुई थीं.
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, पति रॉबर्ट वाड्रा, पुत्र रेहान राजीव वाड्रा, प्रियंका गांधी के जीवन के इस महत्वपूर्ण पल के साक्षी बने. नामांकन से पहले प्रियंका ने वायनाड में एक रोड शो भी किया.
(एजेंसी इनपुट के साथ)