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चंडीगढ़: पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (CM Amarinder Singh) और राज्य कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के बीच शुरू हुई जंग थमने का नाम नहीं ले रही है. सिद्धू से सार्वजनिक माफी मंगवाने पर अड़े अमरिंदर सिंह को एक और झटका देते हुए पंजाब कांग्रेस प्रमुख ने अब विधायकों की एक बैठक बुलाई है जिसमें करीब 62 विधायकों की मौजूदगी का दावा किया जा रहा है.
वहीं सिद्धू के घर पर बुलाई गई बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे कांग्रेस विधायक परगट सिंह (MLA Pargat Singh) ने उल्टा कैप्टन पर निशाना साधा है. माफी के सवाल पर उन्होंने कहा कि सिद्धू आखिर मुख्यमंत्री से माफी क्यों मांगें? यह कोई जनता से जुड़ा मुद्दा नहीं है. परगट सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अब तक कई मुद्दों का समाधान नहीं निकाला है, ऐसे में उन्हें भी पंजाब की जनता से माफी मांगनी चाहिए.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू की ओर से बुलाई गई इस बैठक को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि इस बैठक को सिर्फ ब्रेकफास्ट की दावत कहा जा रहा है लेकिन पंजाब की राजनीति में इस बैठक के बाद नया विवाद पैदा हो सकता है.
सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने पर मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है. कैप्टन की ओर से साफ कहा गया है कि जब तक सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ की गईं अपमानजक टिप्पणियों पर सिद्धू सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांग लेते, तब तक मुख्यमंत्री उनसे नहीं मिलेंगे.
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उधर, सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर पार्टी दो गुटों में बंट गई हैं. एक खेमा सिद्धू के साथ है तो वहीं कई नेता और विधायक कैप्टन अमरिंदर सिंह के पक्ष में खड़े हैं. पंजाब में वरिष्ठ मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त करने के पार्टी आलाकमान के फैसले का स्वागत है. हालांकि उन्होंने कहा कि मैं सिद्धू तब तक नहीं मिलूंगा जब तक कि वह मुख्यमंत्री से मिलकर उनके साथ अपने मुद्दों को सुलझा नहीं लेते.