थानागाजी: रासायनिक खेती ने बिगाड़ा जमीन का संतुलन, मानव शरीर पर पड़ रहे दुष्प्रभाव
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1457094

थानागाजी: रासायनिक खेती ने बिगाड़ा जमीन का संतुलन, मानव शरीर पर पड़ रहे दुष्प्रभाव

Thanagazi, Alwar News: राजस्थान के अलवर जिले के थानागाजी में किसानों द्वारा रासायनिक उर्वरक का उपयोग कर जमीन का संतुलन बिगाड़ा जा रहा है, केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा जैविक उत्पादों की अनेकों योजनाएं अनेको प्रकार के उर्वरक क्षेत्र के किसानों के लिए लाए जा रहे हैं, उनका प्रचार-प्रसार किया जा रहा है.

थानागाजी: रासायनिक खेती ने बिगाड़ा जमीन का संतुलन, मानव शरीर पर पड़ रहे दुष्प्रभाव

Thanagazi, Alwar News: राजस्थान के अलवर जिले के थानागाजी में कृषि विज्ञान केंद्र के अधीन खेती करने वाले किसानों के द्वारा रासायनिक उर्वरक का उपयोग कर खेती को बंधक बना लिया गया है. रासायनिक खेती के दुरुपयोग से मानव शरीर पर प्रभाव पड़ रहे हैं, जिससे गंभीर परिणाम मानव जीवन में पड़ रहे हैं. राज सरकार केंद्र सरकार के द्वारा जैविक उत्पाद चलाए जा रहे है, लेकिन किसान भाई समझने में देरी कर रहे है.

थानागाजी क्षेत्र के अंदर किसानों के द्वारा रासायनिक खेती को बढ़ावा देने के चलते अपनी जमीन को बंजर कर रहे हैं. केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा जैविक उत्पादों की अनेकों योजनाएं अनेको प्रकार के उर्वरक क्षेत्र के किसानों के लिए लाए जा रहे हैं, उनका प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, लेकिन किसान यूरिया डीएपी रासायनिक दवा का उपयोग कर शीघ्र से शीघ्र लाभ लाते हैं. 

शीघ्रता से लाभ लेने के चक्कर में उनकी जमीन बंजर हो रही है. कृषि विभाग के अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि रासायनिक दवाओं के उपयोग करने से खेती तो बंजर हो ही रही है. 

साथ में फसल को भी नुकसान हो रहा है, जो मानव जीवन हो या पशु को इन रासायनिक उत्पादों का कर रहे हैं, उनको शारीरिक नुकसान पहुंच रहा है. केंद्र सरकार के द्वारा समय-समय पर क्षेत्र के खाद बीज विक्रेताओं को जैविक खेती में बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण का आयोजन कर दुकानदार को समझाया जा रहा है, कि वह अपने क्षेत्र के किसानों को जैविक खेती करना सिखाए, जिससे मानव जीवन पर होने वाले दुष्प्रभाव ना हो. 

रासायनिक खेती से कैंसर जैसे गंभीर रोग हो रहे हैं और मानव जीवन पर विपरीत प्रभाव डाल रहे हैं. अगर किसान समय रहते समझ नहीं पाया और अपनी खेती के अंदर रासायनिक उर्वरकों का ही उपयोग करता रहा, तो जमीन तो बंजर हो ही रही है, साथ-साथ स्वयं के परिवार को भी बंजर कर रहा है. धीमे जहर के कारण शरीर के अंदर अनेक प्रकार की रासायनिक दवाओं के चलते बीमारियां हो रही हैं. 

यह भी पढ़ें - मायके वालों के पहुंचने से पहले ससुराल वालों ने कर दिया बहू का अंतिम संस्कार, फिर बहाए घड़ियाली आंसू

सब्जियां, अनाज, फल हो सब रासायनिक दवाओं के असर से खराब हो रहे हैं. जैविक उत्पाद के द्वारा जो फसलें उपयोग में लाई जा रही हैं, वह मानव जीवन को तंदुरुस्त बनाती हैं. सरकार के द्वारा जैविक उत्पादों पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. इसको लेकर के सरकार सचेत है. थानागाजी के अंदर आधा दर्जन से अधिक किसान जैविक खेती करने लगे हैं और मुनाफा भी ले रहे हैं, क्योंकि रासायनिक खेती के चलते उन्हें सस्ता माल मिल रहा है और अच्छा लाभ हो रहा है, अन्य किसानों से भी समझाइश की जा रही है.

खबरें और भी हैं...

बेडरूम में ऐसे-ऐसे पोज दे रही थी कियारा आडवाणी, लोग बोले- बेड पर ये कपड़े कौन पहनता

बड़ी खबर: गहलोत कैबिनेट ने OBC विसंगतियों को दूर करते हुए वसुंधरा सरकार का सर्कुलेशन लिया वापस

पायलट पर गहलोत के हमले से भड़के समर्थक नेता, कहा- जो आलाकमान को चैलेंज करे वो 'गद्दार'

Trending news