गुर्जरों का आंदोलन चौथे दिन भी जारी, पुलिस ने बढ़ाई फोर्स
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गुर्जरों का आंदोलन चौथे दिन भी जारी, पुलिस ने बढ़ाई फोर्स

सैकड़ों की संख्या में मौजूद प्रदर्शनकारियों ने धरना स्थल पर बड़ी संख्या में टेंट और तंबू लगाया है.

यहां पर एसटीएफ, आरपीएफ और एसडीआरएफ की कंपनियों को तैनात कर दिया गया है.

शरद पुरोहित, सवाई माधोपुर: राजस्थान के सवाई माधोपुर के मलारना स्टेशन के पास गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर चल रहा धरना चौथे दिन भी जारी है. सैकड़ों की संख्या में लोग धरना स्थल पर जमे हुए हैं. प्रदर्शनकारियों ने धरना स्थल पर बड़ी संख्या में टेंट और तंबू लगाया है.  5 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर धरना कर रहे वहां मौजूद प्रदर्शनकारियों ने साफ कर दिया है कि इस बार आर-पार की लड़ाई है. 5% आरक्षण मिले बिना वे धरना स्थल से नहीं हटेंगे. 

वैसे राज्य सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर गुर्जर समुदाय के प्रतिनिधियों से बातचीत का प्रयास कर रहे कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा है कि गुर्जर समुदाय राज्य सरकार के प्रतिनिधियों से अपनी मांग को लेकर धरना स्थल के अलावा कही भी वार्ता कर सकता है. लेकिन इसके लिए प्रतिनिधिमंडल बना कर उन्हें आना पड़ेगा. इससे पहले सीएम गहलोत ने कहा था कि संविधान में संशोधन किए बिना यह संभव नहीं है. 

बढ़ाई गई पुलिस सुरक्षा, आला अधिकारी कर रहे मॉनिटरिंग

बताया जा रहा है कि धरना स्थल से 2 किलोमीटर दूर मलारना स्टेशन पर एहतियात के तौर पर पुलिस फोर्स बढ़ा दी गई है. यहां पर एसटीएफ, आरपीएफ और एसडीआरएफ की कंपनियों को तैनात कर दिया गया है. राजस्थान पुलिस के आला अधिकारी भी रेलवे स्टेशन से ही धरना स्थल की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर पुलिस मुख्यालय भी अब सख्त हो चला है. इस पूरे प्रकरण पर पुलिस के आला अधिकारी अपनी पैनी निगाहें बनाए हुए हैं. 

आंदोलनकारियों पर दर्ज हुए मुकदमें

डीजी लॉ एंड ऑर्डर एमएम लाठर ने बताया कि आंदोलन को लेकर अभी तक गुर्जर समुदाय ने मलारना करौली के पास हुडला और बूंदी के पास नैनवा में ट्रेन का आवागमन बंद करा दिया है. प्रदेश में अभी कहीं पर भी दूसरे रास्ते अवरुद्ध नहीं किए गए हैं. गुर्जर आंदोलन को लेकर हो रहे प्रदर्शन के चलते रास्ता रोकने पर प्रदेश में अब तक तीन मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. जिसमें एक मलारना का, एक करौली के पास स्थित हुडला का और एक झुंझुनू के उदयपुरवाटी का मुकदमा शामिल है. 

धौलपुर में नहीं हुई थी हवाई फायरिंग

रविवार को धौलपुर में हुए उपद्रव को लेकर लाठर ने बताया कि पुलिसकर्मियों द्वारा कोई भी हवाई फायरिंग नहीं किया गया था. पुलिस ने स्थिति बिगड़ने पर आंसू गैस के गोलें छोड़े थे. इस दौरान प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए पथराव में 4 से 5 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की एक बस व दो गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. प्रदर्शनकारी यहीं नहीं रुके उन्होंने पास ही मौजूद एक पुलिस चौकी पर भी पथराव किया और वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से मारपीट कर चौकी में आग लगाने का प्रयास भी किया. धौलपुर में हुई घटना के बाद पुलिस और भी मुकदमे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज कर रही है.

सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा भड़काऊ वीडियो

गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ भड़काऊ वीडियो फैलाए जा रहे हैं. जिसपर पुलिस मुख्यालय मॉनिटरिंग कर रहा है. पुलिस के आला अधिकारियों ने सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे भड़काऊ वीडियो के झांसे में नहीं आने की अपील की गई है. साथ ही ऐसी वीडियो के बारे में पुलिस को सूचना देने की अपील की गई है.  

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