Science fact: सीने पर बने निपल्स का क्या है पुरूषों के शरीर में काम, क्यों नहीं करा सकते आदमी अपने बच्चों को स्तनपान!
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Science fact: सीने पर बने निपल्स का क्या है पुरूषों के शरीर में काम, क्यों नहीं करा सकते आदमी अपने बच्चों को स्तनपान!

Why do men have nipples: नर और मादा के शरीर का ब्लूप्रिंट एक जैसा होता है.  जब वो प्यूबर्टी की स्टेज पर पहुंचते दोनों पहुंचते है तब उन में कुछ नए और रोचक बदलाव होने लगते है. 

Science fact: सीने पर बने निपल्स का क्या है पुरूषों के शरीर में काम, क्यों नहीं करा सकते आदमी अपने बच्चों को स्तनपान!

Why do men have nipples: पुरुष  और महीला के शरीर में निप्पल्स  आपने देखे होगे. महिला के निपल्ल को आसानी से देखा जा सकता है क्योंकि उसमें उभार होता है.  लेकिन पुरूष के निपल्स को नहीं क्योंकि उनके निपल्स अंदर रहते है, उनमें उभरापन नहीं होता. इसलिए अकसर यह बात मन में आती है कि पुरूष में इन निपल्स का होना क्यों जरूरी है. इनके होने का क्या कोई मतलब बनता है? उनके शरीर में  इसका उपयोग क्यों है? 

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इन सावालों के जवाब के लिए  न्यूयॉर्क सिटी में मौजूद अमेरिकन म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री की पैलियोएंथ्रोपोलॉजिस्ट के साइंटिस्टस  ने   इस बारे में बताया कि गर्भ में नर या मादा का भ्रूण की शुरुआत में एक ही जेनेटिक ब्लूप्रिंट होता है. जिसमें कोई अंतर नहीं होता. यह हर किसी ह्यूमन में देखने को मिलता है जब वह अपनी प्यूबर्टी की स्टेज पर पहुंचता है. क्योंकि प्यूवर्टी की स्टेज पर आमूमन हर औरत और पुरूष में यह देखा जा सकता है, लेकिन पुरुषों में निप्पल्स एक वेस्टिजियल यानी एक ऐसा अंग है जिसका उनके शरीर में कोई रोल नहीं है. पुरुषों के शरीर की अंदरूनी एक्टिविटी का इससे कोई कनेक्शन नहीं होता. तो जाहिर सी बात है फिर तो हम सब के मन में यह बात सामने आ ही रही होगी की पुरुष के सीने पर आखिर निप्पल्स क्यों होते है, तो चलिए करते है समाधान अपनी इन शंकाओं का और जानते है असलियत पुरूषों के इस  वेस्टिजियल आर्गेन की सच्चाई

वो हार्मोन जो बदलाव लाता है
जब महिला के गर्भ में भ्रूण का निर्माण होना शुरू होता है तो तकरीबन 6 से 7 हफ्तों का वक्त लगता है.  उन भ्रूणों में कुछ  Y क्रोमोसोम होने के कारण वह धीरे-धीरे पुरुष का रूप लेते लगते है. और जैसे ही वह एक पुरुष के रूप में विकसित होने लगते है और उस भ्रूण में सबसे पहले टेस्टिस( जिसमें आदमी का स्पर्म स्टोर होता है) बनना शुरू होती है. हैं. इसके अलावा इस हिस्से का काम टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन को तैयार करना है. जिसे मेल हार्मोन के नाम से भी जाना जाता है. भ्रूण के विकास के 9वें हफ्ते से यह हार्मोन बनना और निकलना शुरू हो जाता है.

इसी हार्मोन के कारण उसके जननांगों में बदलाव दिखने शुरू होते है. बाहरी तौर पर इंसान में निप्पल्स भी विकसित होने शुरू होते हैं. इयान आगे कहते हैं, पुरुषों में निप्पल का काम किसी तरह की मेटाबॉलिक एक्टिविटी से जुड़ा नहीं है. जैसे-जैसे इंसान युवा अवस्था में आता है, महिलाओं में इस हिस्से में बड़े बदलाव दिखना शुरू हो जाते हैं, लेकिन पुरुषों में इसका कोई खास रोल नहीं होता. अगर यह अंग खत्म भी हो जाए तो भी पुरुषों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.

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