गजेन्द्र सिंह शेखावत को एसीबी का नोटिस, पूनिया ने बताया विद्वेष की राजनीति
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गजेन्द्र सिंह शेखावत को एसीबी का नोटिस, पूनिया ने बताया विद्वेष की राजनीति

 केन्द्रीय मन्त्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को नोटिस दिए जाने के बाद बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने इसे प्रतिशोध की राजनीति बताते हुए कांग्रेस के साथ ही राज्य सरकार पर निशाना साधा है.

बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने इसे प्रतिशोध की राजनीति बताते हुए कांग्रेस के साथ ही राज्य सरकार परसाधा निशाना.

 

Jaipur: साल 2020 में राजस्थान में राजनीतिक अस्थिरता के वक्त एसीबी में सरकार को अस्थिर करने के मामले में दर्ज कराई गई एफआईआर में अब एसीबी ने नोटिस दिए हैं. इस मामले में केन्द्रीय मन्त्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को नोटिस दिए जाने के बाद बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने इसे प्रतिशोध की राजनीति बताते हुए कांग्रेस के साथ ही राज्य सरकार पर निशाना साधा है.

प्रतिशोध की राजनीति बताते हुए राज्य सरकार पर निशाना - सतीश पूनिया
पूनिया ने कहा कि नोटिस की टाइमिंग बताती है कि कांग्रेस और राज्य सरकार में बैठे लोग धमकियों पर उतारू हैं. पूनिया ने कहा कि गजेन्द्र सिंह शेखावत को मौजूदा हालात में नोटीस कराना भी उसी धमकी का हिस्सा है.

बदले की भावना और विद्वेष की राजनीति नहीं 
राजस्थान में एक बार फिर फोन टैपिंग का जिन्न बोतल से बाहर आ गया है. अबकी बार एसीबी से नोटिस दिया है. और यह नोटिस केन्द्रीय मन्त्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को दिया गया है. एसीबी की तरफ से नोटिस के बाद बीजेपी ने नोटिस और उसकी टाइमिंग पर सवाल उठाये हैं. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि राजस्थान में अबसे पहले बदले की भावना और विद्वेष की राजनीति करने की परिपाटी नहीं रही, लेकिन इन दिनों कांग्रेस प्रतिशोध की राजनीति कर रही है.

पूनिया ने कांग्रेस के रवैये को निन्दनीय और घृणित बताया
पूनिया ने कांग्रेस के रवैये को निन्दनीय और घृणित भी बताया. इसके साथ ही नोटिस को कांग्रेस की तरफ से धमकी बताते हुए पूनिया कहते हैं कि जिस तरह की भाषा कांग्रेस बोल रही है वह सब देख रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री के बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि, 'किसी का बाप-दादा भी कांग्रेस मुक्त नहीं कर सकता, और हम बीजेपी दफ्तर में पुलिस घुसा दें तो' के बयानों से सत्ता की धमकी झलकती है. पूनिया ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री को मौजूदा हालात में नोटिस तामील कराना भी उसी किस्म की धमकी का हिस्सा दिखता है.

ईडी एक संवैधानिक संस्था- पूनिया 
पूनिया ने कहा कि कांग्रेस को देश के लोगों ने नकार दिया है ऐसे में सत्ता से बाहर होने पर कांग्रेसी आहत हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों के पापकर्म उजागर होने पर ईडी ने राहुल गांधी को नोटिस दिया है तो उन्हें इसका सम्मान करते हुए सामना करना चाहिए था. उन्होंने कहा कि किसी गलती या अपराध के कारण राहुल गांधी को नोटिस मिला है तो ईडी पर दबाव बनाने के बजाय उन्हें इसका सामना करना चाहिए था. पूनिया ने कहा कि ईडी एक संवैधानिक संस्था है, न कि बीजेपी निर्मित संगठन.

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 नोटिस को किसी भी सूरत में जायज नहीं - पूनिया 
पूनिया ने कहा कि शेखावत को नोटिस दिए जाने के बाद उनकी लगातार पूरे मामले पर नजर है. ऐसे में शेखावत एसीबी के सामने बयान दर्ज कराने आए तो क्या बीजेपी भी दबाव की रणनीति बनाएगी? इस सवाल पर पूनिया ने कहा कि दिल्ली में तो कांग्रेस उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली स्थिति कर रही है. पूनिया बोले कि बीजेपी शेखावत को दिए नोटिस के मामले में आगे जो भी हालात बनेंगे, उस हिसाब से अपनी रणनीति तय करेगी. उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में नोटिस को किसी भी सूरत में जायज नहीं माना जा सकता.

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