Khiladi Lal Bairwa resigns: राजस्थान कांग्रेस ने जहां एक ओर कल चौथी और पांचवी सूची जारी की, तो वहीं आज टिकट न मिलने से खफा दावेदारों का दर्द दिखने लगा. अभी बड़ी खबर ये है कि विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा राजस्थान एससी/एसटी आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही हाईकमान को भी इस्तीफा भेजा है.
Trending Photos
Khiladi Lal Bairwa resigns: टिकट कटा तो खुद पद से आउट हो गए. जी हां ऐसा ही कुछ बड़ा झटका दिया है, विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने. आपको बता दें कि खिलाड़ी लाल बैरवा का इस्तीफा चर्चा का विषय बन रहा है. राजस्थान में विधानसभा चुनाव अपने सबाब में हैं. ऐसे में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है, बैरवा के रूप में. जानकारों कि मानें तो कल कांग्रेस ने अपनी चौथी और पांचवी सूची जारी की थी, लेकिन उस सूची में खिलाड़ी लाल बैरवा का नाम नहीं था. जिसके बाद आज गुरूवार को बैरवा ने बड़ा कदम उठाया है. राजस्थान एससी/एसटी आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है.
#Jaipur : विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा द्वारा राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का मामला @PantVinay @KhiladiLalINC @INCRajasthan @ashokgehlot51 #RajasthanElection2023 #RajasthanWithZee pic.twitter.com/BIDRc9Rdo5
— ZEE Rajasthan (@zeerajasthan_) November 1, 2023
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को इस्तीफा भेजा है. बसेड़ी से टिकट कटने पर इस्तीफा दिया है. इस्तीफे को लेकर मीडिया को संबोधित करके खिलाड़ी लाल बैरवा ने अपनी बात भी रखी है. बैरवा ने कहा कि हाईकमान को पता चलना चाहिए. मेरा टिकट क्यों काटा गया है.
राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष ने अपने इस्तीफ़े में सच उजागर किया है। उनकी व्यथा से स्पष्ट है कि कांग्रेस में दलित बहनों-भाइयों की सुनवाई नहीं है और उनसे जमकर भेदभाव किया जाता है।
कांग्रेस ने उन्हें वोट के लिए सगा बताकर ठगा है। चुनावी भाषणों में ख़ुद को हीरो दिखाने… pic.twitter.com/puvGQkfLFI
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) November 1, 2023
गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीटर पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि राजस्थान राजस्थान एससी/एसटी आयोग के अध्यक्ष पद से खिलाड़ी लाल बैरवा का इस्तीफा उनकी व्यथा, और पीड़ा को स्पष्ट करता है. सच उजागर कर दिया है. इससे ये साबित होता है कि कांग्रेस में दलित, भाई-बहनों की कोई सुनवाई नहीं है. उनसे जमकर भेदभाव किया जाता है. वोट के लिए सगा बनाकर ठगा गया है. खुद को चुनावी भाषणों में हीरो दिखाने के लिए.
ये भी पढ़ें- Rajasthan BJP third list: राजस्थान बीजेपी को लेकर दिल्ली में मंथन, 76 सीटों पर लगेगी मुहर, बढ़ने लगी धड़कनें..