Trending Photos
JAIPUR: राजस्थान पुलिस ने साल 2022 में हुए अपराधों का आंकड़ा जारी किया है. बीता साल राजस्थान में कानून व्यवस्था से बेहतर रहा. आलाधिकारी आंकड़ों की दुहाई दे अपराध कम होने का दावा करते रहे, लेकिन प्रदेश में कई ऐसी घटनाएं हुई जिनसे पूरा प्रदेश हिल गया. महिला अपराध के अलावा राज्य में हत्या और लूट सरीखे अन्य गंभीर प्रकृति के अपराध भी चर्चा में रहे. तो राजस्थान पुलिस हर अपराध का पंजीकरण अनिवार्य होने का हवाला देकर अपराध बढ़ने का दावा करती रही.
राजस्थान पुलिस ने साल 2022 में हुए अपराधों का ब्योरा पेश कर दिया है. पुलिस की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक बीता साल महिला वर्ग के बुरा रहा. महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामलों में राजस्थान देश के दूसरे स्थान पर है. वहीं महिला उत्पीड़न के प्रकरणों के निस्तारण में भी प्रदेश पहले पायदान पर है. डीजीपी उमेश मिश्रा ने कहा कि महिला अपराधों के निस्तारण और दोषियों को सजा दिलाने में भी अव्वल है. महिला अत्याचार रोकने के लिए एसआईयूसीएडब्ल्यू का गठन किया गया है. महिलाओं और नाबालिगों के साथ यौन शोषण सहित जघन्य अपराधों पर निगरानी के लिए हिनियस क्राइम मॉनिटरिंग यूनिट गठित की गई है. इसके अलावा सुरक्षा सखी समूहों के जरिए जागरूकता का प्रयास किया जा रहा है.
यह भी पढ़ें: पति की इस हरकत से परेशान होकर दामाद के साथ भागी थी 42 साल की सास, बेटी ने बताई पूरी कहानी
प्रदेश में संगठित अपराधों और बदमाशों की गैंग पर नकेल कसने में पुलिस सफल
प्रदेश में आईपीसी अपराधों की बात करें तो साल 2022 में साल 2021 की तुलना में 11.61 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई. प्रदेश में संगठित अपराधों और बदमाशों की गैंग पर नकेल कसने में राजस्थान पुलिस सफल रही है. पुलिस ने सभी हार्डकोर बदमाशों पर शिकंजा कस दिया है , लेकिन बाहरी राज्यों से आने वाले बदमाश अब प्रदेश में आपराधिक वारदातों में लिप्त हो रहे है. अवैध शराब , अवैध खनन या मादक पदार्थों की तस्करी , पेपर लीक या भू माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस ने राज्य सरकार से कानूनों को और सख्त बनाने की मांग रखी है. पेपर लीक मामले में भी पुलिस ने आरोपी सुरेश ढाका और भूपेन्द्र सारण पर चौतरफा वार किया है.
एक साल में 3821 मामला दर्ज, 6395 आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
प्रदेश में अपराधों और अपराधियों पर लगाम कसने के लिए पुलिस ने अवैध हथियारों के खिलाफ विशेष मुहिम छेड़ी. जिसके तहत प्रदेश मेें आर्म्स एक्ट के तहत 5 हजार 992 मामले दर्ज कर किए. आर्म्स एक्ट में 6 हजार 732 अपराधियों को गिरफ्तार कर बड़ी मात्रा में अवैध हथियार और कारतूस बरामद किए हैं. मादक पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई में 3821 प्रकरण दर्जकर 6395 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इनके कब्जे से बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ भी बरामद किए गए.
बढ़ते साइबर अपराध पुलिस के बनी चुनौती
प्रदेश में तेजी से बढ़ते साइबर अपराध राजस्थान पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं. राजस्थान पुलिस की ओर से हर जिले में साइबर थाना खोलकर अपराधों पर लगाम कसने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं, साइबर एक्सर्पट्स को भी हायर कर अपराधियों की तलाश कर प्रकरण निस्तारित किए जा रहे हैं. साल 2022 में 37 हजार 151 शिकायतें सामने आईं ,जिनमें करीब 130 करोड़ रुपए की ठगी की गई थी. पुलिस ने इन प्रकरणों में कार्रवाई करते हुए करीब साढ़े 5 करोड़ रुपए की राशि रिकवर की और करीब 9 करोड़ रुपए ब्लॉक कराए गए. राजस्थान में फर्जी दस्तावेजों से सिम हासिल कर ठगी करने के मामलों में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 60 हजार से अधिक मोबाइल सिमों को ब्लॉक करवाया है.
प्रदेश में बढ़ते अपराध राजस्थान पुलिस के लिए बड़ी चुनौती साबित होते नजर आ रहे हैं. राजस्थान पुलिस ने प्रदेश में अपराधों के बढ़ने के पीछे हर प्रकरण दर्ज होने का हवाला दिया है. हालांकि, प्रदेश पुलिस ने साल 2022 में अपराधों की रोकथाम और कानून व्यवस्था की पालना के लिए अपनी प्राथमिकताओं का निर्धारण तो कर दिया है, लेकिन पुलिसकर्मियों और संसाधनों की कमीं से जूझ रहे पुलिस महकमे के लिए इन प्राथमिकताओं को पूरा कर पाना आसान नहीं है.