Jaipur news: बगैर वाहनों के ही जारी हो जाते हैं फिटनेस प्रमाण पत्र, निजी जांच केन्द्रों पर नहीं होती सही जांच
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Jaipur news: बगैर वाहनों के ही जारी हो जाते हैं फिटनेस प्रमाण पत्र, निजी जांच केन्द्रों पर नहीं होती सही जांच

Jaipur news today: जयपुर जिले में वाहन फिटनेस जांच केन्द्रों की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठ रहे हैं. परिवहन विभाग ने 1 से 15 जुलाई तक फिटनेस जांच केन्द्रों पर सम्बंधित आरटीओ-डीटीओ से जांच करवाई है. विभाग को फिटनेस जांच को लेकर राजस्व का भी नुकसान झेलना पड़ रहा है.

Jaipur news: बगैर वाहनों के ही जारी हो जाते हैं फिटनेस प्रमाण पत्र, निजी जांच केन्द्रों पर नहीं होती सही जांच

Jaipur news: राजस्थान के जयपुर जिले में वाहन फिटनेस जांच केन्द्रों की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठ रहे हैं. परिवहन विभाग ने 1 से 15 जुलाई तक फिटनेस जांच केन्द्रों पर सम्बंधित आरटीओ-डीटीओ से जांच करवाई है. इसके विपरीत अब विभाग को फिटनेस जांच को लेकर राजस्व का भी नुकसान झेलना पड़ रहा है. परिवहन विभाग से जुड़े सूत्रों की मानें तो वाहन फिटनेस जांच के पेटे मिलने वाली फीस से राज्य सरकार को राजस्व का नुकसान झेलना पड़ रहा है. 

दरअसल वर्ष 2018 में वाहन फिटनेस जांच केन्द्र खोलने के लिए परिवहन विभाग द्वारा फिजा नीति लाई गई थी. इसके आधार पर प्रदेशभर में निजी क्षेत्र में फिटनेस सेंटर खोले गए थे. वर्ष 2019 से जयपुर सहित प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में निजी फिटनेस जांच केन्द्र खोले गए हैं. अब प्रदेश में फिटनेस केन्द्रों की संख्या बढ़कर 82 पहुंच गई है. इससे पहले वाहन फिटनेस जांच का कार्य परिवहन निरीक्षकों द्वारा मैन्युअली किया जाता था. इसके लिए परिवहन कार्यालयों में ही निरीक्षकों को वाहन फिटनेस जांच के लिए लगाया जाता था. 

 

फिजा नीति लागू होने के बाद परिवहन कार्यालयों में वाहन फिटनेस जांच बंद हो गई है और अब केवल निजी फिटनेस जांच केन्द्रों पर ही की जा रही है. हालांकि निजी फिटनेस जांच केन्द्रों पर बगैर वाहन लाए फिटनेस जारी करने और वाहनों की जांच नहीं किए जाने सम्बंधी शिकायतें लगातार आ रही हैं. विभाग द्वारा चलाए गए जांच अभियान में अभी तक 82 में से 65 फिटनेस केन्द्रों की ही रिपोर्ट मिल सकी है.

 

सरकारी फिटनेस केन्द्र नहीं होने से क्या नुकसान है?

  •  बजट घोषणा में 2 सरकारी परिवहन कार्यालयों में फिटनेस केन्द्र खोलने की बात
  • जयपुर और जोधपुर के आरटीओ कार्यालयों में खोले जाएंगे फिटनेस केन्द्र
  • प्रदेश में वित्त वर्ष 2022-23 में 3.48 लाख फिटनेस प्रमाण पत्र जारी किए गए
  • राज्य सरकार के जांच केन्द्रों में फिटनेस होती तो मिलती 14 करोड़ रुपए फीस
  • निजी क्षेत्र में संचालित होने से राजस्व का हुआ नुकसान
  • ऑटोमेटेड फिटनेस केन्द्रों के मामले में यही फीस मिलती 21 करोड़ रुपए
  • सरकारी कार्यालयों में खुलें फिटनेस केन्द्र तो बढ़ेगा राजस्व

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फिटनेस जांच केन्द्रों में अनियमितताओं को लेकर अब परिवहन विभाग ने इन्हें नोटिस देना शुरू कर दिया है. जयपुर आरटीओ प्रथम कार्यालय की ओर से 4 फिटनेस केन्द्रों में अनियमितता की रिपोर्ट भेजी गई थी. परिवहन मुख्यालय ने शांति व्हीकल फिटनेस सेंटर, जयपुर फिटनेस सेंटर, दूदू फिटनेस सेंटर और स्पीडलाइन फिटनेस सेंटर को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है. 

साथ ही इन फिटनेस केन्द्रों से पिछले कुछ समय में की गई फिटनेस जांच को लेकर रिकॉर्ड मांगा है. परिवहन विभाग से जुड़े सूत्रों की मानें तो 82 फिटनेस केन्द्रों में 30 से ज्यादा केन्द्रों में अनियमितताओं के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में विभाग इन सभी फिटनेस केन्द्रों से रिपोर्ट लेकर अनियमितताओं के आधार पर कार्रवाई कर सकता है.

REPORTER- KASHIRAM CHOUDHARY

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