Ganesh Mahotsav 2024: राजस्थान से लेकर चेन्नई तक हैं श्री गणेश के चमत्कारी मंदिर, मोती डूंगरी और चिंतामण गणपति भी शामिल

Ganesh Mahotsav 2024: 7 सितंबर से गणेश महोत्सव की शुरुआत हो चुकी है और इसका समापन 17 सितंबर को अनंत चतुदर्शी के दिन होगा. लोग भगवान गणेश के दर्शन के लिए मंदिरों में जा रहे हैं. देशभर में गणेश जी के ऐसे कई मंदिर हैं, जिनकेव दर्शन से लाभ मिलता है, तो आइए श्रीगणेश जी के उन चमत्कारी मंदिरों के बारे में जानते हैं.

Ganesh Mahotsav 2024: राजस्थान से लेकर चेन्नई तक हैं श्री गणेश के चमत्कारी मंदिर, मोती डूंगरी और चिंतामण गणपति भी शामिल

Ganesh Mahotsav 2024: 7 सितंबर से गणेश महोत्सव की शुरुआत हो चुकी है और इसका समापन 17 सितंबर को अनंत चतुदर्शी के दिन होगा. लोग भगवान गणेश के दर्शन के लिए मंदिरों में जा रहे हैं. देशभर में गणेश जी के ऐसे कई मंदिर हैं, जिनकेव  दर्शन से लाभ मिलता है, तो आइए श्रीगणेश जी के उन चमत्कारी मंदिरों के बारे में जानते हैं.

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जयपुर में भगवान गणेश का चमत्कारी मंदिर मोती डूंगरी गणेश स्थित है, जिसके बारे में कहा जाता है कि ये भगवान गणेश के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है. इस मंदिर के बारे में लोगों की असीम श्रद्धा है. इस मंदिर में स्थित भगवान गणेश की मूर्ति को चमत्कारी भी माना गया है. कहा जाता है कि इस मंदिर में स्थापित भगवान गणेश की प्रतिमा जयपुर नरेश माधोसिंह के प्रथम रानी के पीहर मावली से 1731 ई. में लाई गई थी. 

वाइल्ड लाइफ के अलावा रणथम्भौर नेशनल पार्क अपने मंदिर के लिए भी फेमस है.गणेशजी के त्रिनेत्र स्वरूप के दर्शन करने के लिए भारी संख्या में भक्तजन यहां आते हैं. करीब 1 हजार साल पुराना ये मंदिर रणथम्भौर किले में सबसे ऊंचाई पर है.

मुंबई में सिद्धिविनायक मंदिर स्थित है. जब भी भगवान गणेश की बात होती है, तो सबसे पहला ख्याल सिद्धिविनायक मंदिर का आता है. मुंबई में स्थित भव्य और खूबसूरत सिद्धिविनायक मंदिर सालों से भक्तों की आस्था का केंद्र बना हुआ है. कहा जाता है कि जिन मंदिरों में भगवान गणेश की प्रतिमा की सूंड दाईं तरफ हो वो मूर्तियां सिद्धिपीठ से संबंधित होती हैं और उन्हें सिद्धिविनायक कहा जाता है.

कलामस्सेरी मधुर महागणपतये मंदिर केरल में भगवान गणेश का यह बेहद अद्भुत और चमत्कारी मंदिर स्थित है. स्कंद पुराण के अनुसार पहले ये भगवान शिव का मंदिर था, लेकिन एक बार पुजारी के छोटे से बच्चे ने मंदिर की दीवार पर भगवान गणेश की प्रतिमा बना दी.

माना जाता है कि मंदिर के गर्भगृह की दीवार पर बनी हुई बच्चे की प्रतिमा धीरे-धीरे अपना आकार बढ़ाने लगी. हर गुजरते दिन के साथ वो मोटी और बड़ी होती गई और तभी से ये मंदिर भगवान गणेश के खास मंदिरों में से एक बन गया.

चेन्नई में बसंत नगर में स्थित वर-सिद्धि विनायागर मंदिर भगवान गणेश का एक प्रसिद्ध मंदिर है. इस मंदिर में भगवान गणेश के साथ आपको सिद्धि की मूर्ति भी नज़र आएगी. इस मंदिर में एक छोटी मूर्ति भी स्थापित है, जिसकी पहले पूजा की जाती है.

गणेश चतुर्थी के दौरान हर साल इस मंदिर में पूरे भारत के तीर्थ यात्रियों और संगीत प्रेमियों को आकर्षित करने वाले विस्तृत कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. मंदिर में एक सभागार भी है.

चिंतामण गणपति मंदिर उज्जैन के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है. गर्भगृह में प्रवेश करते ही गणेशजी की 3 प्रतिमाएं दिखाई देती हैं. चिंतामण, इच्छामन और सिद्धिविनायक हैं. ऐसी मान्यता है कि चिंतामण लोगों को चिंता से मुक्ति प्रदान करते हैं. इच्छामन अपने भक्तों की कामनाएं पूर्ण करते हैं, जबकि सिद्धिविनायक स्वरूप सिद्धि प्रदान करते हैं.

तिरुचिरापल्ली में उच्ची पिल्लायर मंदिर भगवान गणेश तमिलनाडु का प्रसिद्ध मंदिर है. जो तिरुचिरापल्ली में त्रिचि नाम की जगह पर रॉक फोर्ट पहाड़ी की चोटी पर बसा हुआ एक बेहद खूबसूरत मंदिर है. इस मंदिर के स्थापना का कारण रावण का धर्मनिष्‍ठ भाई विभीषण को माना जाता है. बेहद ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर में पहुंचने के लिए लगभग 400 सीढ़ियां चढ़ानी पड़ती हैं.

कनिपकम विनायक मंदिर आंध्रप्रदेश में मौजूद भगवान गणेश के मंदिर को चमत्कारी माना जाता है. इस मंदिर में स्थापित भगवान गणेश की मूर्ति लगातार अपना आकार बढ़ा रही है. इसी कारण इस मंदिर में अलग-अलग आकार के कवच रखे हुए हैं. इस मंदिर के बारे में लोगों के बीच ऐसी मान्यता है कि यहां आने वाले भक्तों के सभी दुख और पाप भगवान गणेश तुरंत ही हर लेते हैं.

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