जयपुर और सवाई माधोपुर में दो बच्चों की मौत के बाद विभाग को आई नालों की सफाई की याद
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जयपुर और सवाई माधोपुर में दो बच्चों की मौत के बाद विभाग को आई नालों की सफाई की याद

Jaipur news: पहली ही बारिश में शहर में नालों की व्यवस्थाओं की पोल खुल गई है. जबकि अभी तो 80 दिन मानसून एक्टिव रहेगा. बताया जा रहा है कि अब स्वायत्त शासन विभाग ने नालों की सभाई की रिपोर्ट मांगी है.

 

जयपुर और सवाई माधोपुर में दो बच्चों की मौत के बाद विभाग को आई नालों की सफाई की याद

Jaipur: पहली बारिश में ही सड़कें तालाब और घर तलैया हो गए हैं, जबकि अभी तो 80 दिन मानसून एक्टिव रहेगा. बारिश के पानी से जब शहर-शहर जलमग्न हुआ तो अफसरों की तैयारियों की कलई खुल गई. जयपुर, अजमेर, सवाई माधोपुर, सीकर समेत प्रदेश के कई शहरों में पिछले दिनों हुई बारिश के बाद वॉटर लॉकिंग की समस्या देखने को मिली. जयपुर, सवाई माधोपुर में दो बच्चों की मौत और वाटर लॉकिंग की समस्या के सामने आने के बाद स्वायत्त शासन विभाग को मानसून पूर्व नालों की सफाई की याद आई.  

शहर में नालों की सफाई की मांगी रिपोर्ट 

विभाग ने अब प्रदेश की सभी नगरीय निकाय (नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिका) को एक परफोर्मा भेजकर उनके एरिया में की गई नालों की सफाई की तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है. वैसे तो नियमानुसार नालों की सफाई का काम मई तक पूरा करना होता है ताकि जून में प्री-मानसून और मानसून की बारिश में नाला, सीवरेज चैंबर भराव की स्थिति न बने. नालों और सीवरेज चैंबर की सफाई नहीं होने के कारण शहरों और कस्बों में वॉटर लॉकिंग की समस्या होती है. 

जल भराव से लोगों को हो रही परेशानी

जगह-जगह पानी भर जाता है और वहां से आने-जाने वाले लोगों को परेशानी होती है. लेकिन स्वायत्त शासन विभाग के अधिकारी इस बार खुद देरी से जागे. 5 जून को एक लेटर जारी करके सभी नगरीय निकायों को मानसून पूर्व नालों की सफाई करवाने, खुले नाले और चैंबर को ढकवाने, सीवर लाइन के मैनहॉल की सफाई करवाने के निर्देश दिए. तब उन्होंने ये काम इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गांरटी योजना के तहत जिन लोगों को रोजगार दिया जा रहा है. नसे भी ये काम करवाने के निर्देश दिए थे. 

बिपरजॉय तूफान के बाद हुई मानसून की एंट्री 

बिपरजॉय तूफान के बाद हुई मानसून की एंट्री से लगातार राज्य में हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं तेज बारिश हुई. जयपुर, अजमेर, झुंझुनूं, सिरोही, जालौर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, राजसमंद, सीकर समेत कई जिलों में तेज बारिश के कारण वाटर लॉकिंग की समस्या आई. जयपुर में दो दिन पहले नाले में बहने से एक बच्चे की मौत हो गई. 

सवाई माधोपुर में भी एक बच्चे की मौत हो गई. इसे देखते हुए अब विभाग ने सभी निकायों से तथ्यात्मक रिपेार्ट मांगी है. इसमें निकाय क्षेत्र में नालों की संख्या, उनकी कुल लम्बाई, इन नालों में से कितने नालों की सफाई अब तक पूरी हुई, कितने नालों की सफाई काम अभी शेष है.  इनमें से जिन नालों की सफाई की उनमें से कितना घनमीटर कचरा-मलबा उठवाया है. 

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