SMS अस्पताल में ऑर्गन ट्रांसप्लांट की NOC को लेकर एक साल बाद कमेटी की बैठक, 11 प्रकरणों में से 10 पर हुई चर्चा
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SMS अस्पताल में ऑर्गन ट्रांसप्लांट की NOC को लेकर एक साल बाद कमेटी की बैठक, 11 प्रकरणों में से 10 पर हुई चर्चा

Jaipur SMS Hospital News: ऑर्गन ट्रांसप्लांट की एनओसी को लेकर कमेटी की बैठक एसएमएस अस्पताल में आयोजित हुई. एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ राजीव बगरहट्टा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में ऑर्गन ट्रांसप्लांट को लेकर आए 11 प्रकरणों में से 10 प्रकरणों पर कमेटी ने चर्चा की.

SMS अस्पताल में ऑर्गन ट्रांसप्लांट की NOC को लेकर एक साल बाद कमेटी की बैठक, 11 प्रकरणों में से 10 पर हुई चर्चा

Jaipur SMS Hospital News: ऑर्गन ट्रांसप्लांट की एनओसी को लेकर कमेटी की बैठक एसएमएस अस्पताल में आयोजित हुई. एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ राजीव बगरहट्टा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में ऑर्गन ट्रांसप्लांट को लेकर आए 11 प्रकरणों में से 10 प्रकरणों पर कमेटी ने चर्चा की. अब सभी की एनओसी को लेकर कमेटी की रिपोर्ट संबंधित अस्पताल को ऑनलाइन भिजवा दी जाएगी.

एसएमएस अस्पताल में ऑर्गन ट्रांसप्लांट को लेकर बनी कमेटी की बैठक एक साल बाद एसएमएस अस्पताल में आयोजित हुई. बैठक को लेकर कमेटी के अध्यक्ष डॉ राजीव बगरहट्टा ने कहा कि आज कमेटी के सामने आए 11 मामलों में से 10 मामलों में चर्चा हुई है.

एनओसी दिए जाने को लेकर कहा कि एक्ट में ऐसे मामलों को गोपनीय रखने की शर्त है इसलिए संबंधित प्रकरणों की रिपोर्ट अस्पताल को भिजवा दी जाएगी. इसके साथ ही इस बार एनओसी ऑनलाइन ही जारी की जाएगी.

पहले एनओसी ऑफलाइन जारी होती थी. फर्जीवाड़े को रोकने के लिए एनओसी अब ऑनलाइन ही जारी की जाएगी. इसके साथ ही कमेटी की बैठक के देरी से होने के मामले में नोटिस के जवाब को लेकर कहा कि इसको लेकर जिन बिंदुओं पर जवाब मांगा गया है। वो भिजवा दिए जाएंगे.

ऑर्गन ट्रांसप्लांट की एनओसी को लेकर बनाई गई कमेटी के सदस्य एसएमएस अस्पताल अधीक्षक डॉ अचल शर्मा ने कहा कि मुझे सदस्य बनाए जाने के बाद ये पहली बैठक है. पहले 8 प्रकरण आए थे, इसके बाद 3 प्रकरण ओर आ गए. इस तरह कुल 11 प्रकरण हो गए थे, लेकिन एक मामले में हॉस्पिटल के सदस्य और परिजन शामिल नहीं हुए इससे उस पर चर्चा नहीं हुई.

इसके साथ ही ऐसे मामलों में फर्जीवाड़े को लेकर कहा कि हर मामले में संदेह नहीं किया जा सकता. कमेटी की बैठक से मरीजों को राहत को लेकर कहा कि निश्चित रूप से इससे मरीजों को राहत मिलेगी. किसी मामले में जांच से अन्य मरीजों को परेशान नहीं किया जा सकता.

गौरतलब है कि ऑर्गन ट्रांसप्लांट की फर्जी एनओसी को लेकर एसएमएस अस्पताल के सहायक प्रशासनिक अधिकारी और ईएचसीसी और फोर्टिस अस्पताल के कॉर्डिनेटर को एसीबी ने गिरफ्तार किया था. जिसकी जांच एसीबी और चिकित्सा विभाग की ओर से बनाई कमेटी कर रही है.

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