Rajasthan Chief Secretary: उषा शर्मा के बाद 1987 बैच की वीनू गुप्ता का नाम है, जिनका कार्यकाल 6 माह यानि दिसंबर 2023 तक बचा है. सबकुछ हालात के अनुसार रहा तो उद्योग एवं वाणिज्य की एसीएस वीनू गुप्ता नई मुख्य सचिव होंगी. उनके नाम की सबसे प्रबल संभावना है. वे सीएस बनीं तो प्रदेश की तीसरी महिला सीएस होंगी और पहली बार लगातार दूसरी महिला मुख्य सचिव बनेगी.
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Rajasthan Chief Secretary: राजस्थान की मौजूदा मुख्य सचिव उषा शर्मा कल रिटायर हो जाएंगी. ब्यूरोक्रेसी का नया बॉस कौन होगा इसकी अटकले लगाई जा रही हैं. फैसला मुख्यमंत्री गहलोत को करना हैं. उषा शर्मा का कार्यकाल नहीं बढ़ने पर वरिष्ठता के आधार पर 1987 बैच की आईएएस अधिकारी वीनू गुप्ता और 1988 बैच के सुबोध अग्रवाल का नाम रेस में सबसे आगे हैं लेकिन सचिवालय के गलियारों में चर्चा हैं की मुख्य सचिव किसी महिला आईएएस को ही बनाया जाएगा.
वरिष्ठता में उषा शर्मा के बाद 1987 बैच की वीनू गुप्ता का नाम है, जिनका कार्यकाल 6 माह यानि दिसंबर 2023 तक बचा है. सबकुछ हालात के अनुसार रहा तो उद्योग एवं वाणिज्य की एसीएस वीनू गुप्ता नई मुख्य सचिव होंगी. उनके नाम की सबसे प्रबल संभावना है. वे सीएस बनीं तो प्रदेश की तीसरी महिला सीएस होंगी और पहली बार लगातार दूसरी महिला मुख्य सचिव बनेगी. शुभ्रासिंह को मौका मिला, तब भी यही स्थिति होगी. वहीं 75 साल में तीसरी महिला सीएस होंगी. इतना ही नहीं वीनू गुप्ता के नाम से लिफाफा खुलता हैं तो पहली बार पति-पत्नी दोनों सीएस के ओहदे तक पहुंचेंगे क्योंकि वीनू गुप्ता के पति डीबी गुप्ता भी इसी सरकार के कार्यकाल में 30 अप्रैल 2018 से 3 जुलाई 2020 तक सीएस रह चुके हैं.
इसका दूसरा पहलू ये भी हैं की वीनू गुप्ता सबसे सीनियर आईएएस हैं. उनके सीएस बनने पर किसी भी आईएएस को सचिवालय से बाहर नहीं भेजना पड़ेगा. शुभ्रा सिंह को मुख्य सचिव बनाते हैं तो वीनू गुप्ता, सुबोध अग्रवाल को सचिवालय के बाहर पोस्टिंग देनी होगी. वीनू गुप्ता 27 दिसंबर 2023 को रिटायर हो जाएंगी. गहलोत सरकार का वर्तमान कार्यकाल भी 13 दिसंबर 2023 को परिणाम आने तक है. गुप्ता की अब तक 28 जगह पोस्टिंग रही. उन्हें सभी आईएएस में सबसे प्रभावशाली भी माना जाता है.
वहीं शुभ्रासिंह 1989 बैच की आईएएस अफसर हैं. उनका कार्यकाल 1 फरवरी 2026 तक है. ऐसे में गुप्ता के सीएस बनने के बाद भी उनके सीएस बनने के अवसर हैं. 32 माह का कार्यकाल है. आईएएस सुबोध अग्रवाल 1988 बैच के अफसर हैं. वीनू गुप्ता के बाद सीनियॉरिटी में दूसरे पर हैं. अग्रवाल के पास कार्यकाल 30 माह का बचा है, लेकिन पिछले दिनों जल जीवन मिशन और खान प्रकरणों में आरोप लग चुके हैं. 1989 बैच के रेवेन्यू बोर्ड अजमेर के चेयरमैन राजेश्वर सिंह भी दावेदार हैं, पर उनका रिटायरमेंट जुलाई 2024 में है. नई सरकार में मौका मिल सकता है. वरिष्ठता के आधार पर 1989 बैच के वी. श्रीनिवास और रोहित कुमार सिंह भी रेस में शामिल हैं. जिनमें से वी. श्रीनिवास और रोहित कुमार सिंह केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर हैं. दिल्ली से किसी के आने की संभावनाएं कम ही बताई जा रही हैं. सचिवालय के गलियारों में चर्चा है कि प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव हैं.
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ऐसे में एक बार फिर महिला मुख्य सचिव के नाम पर मुहर लगाकर महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया जा सकता है. वहीं कल मुख्य सचिव के पद पर रिटायर हो रहीं उषा शर्मा का नाम रेरा चेयरमैन की दौड़ में चल रहा हैं. रिअल एस्टेट रेगुलेटरी अथारिटी (रेरा) चेयरमैन का पद 20 अप्रैल से खाली है. आवेदन की अंतिम तिथि उषा शर्मा के रिटायरमें के बाद 5 जुलाई रखी गई है. ऐसे में माना जा रहा है कि शर्मा को यह जिम्मा मिल सकता है.