Rajasthan: वर्ल्ड क्लास एयरपोर्ट्स रैकिंग में फिर से फिसड्डी साबित हुआ जयपुर एयरपोर्ट ! 7 साल से लगातार रेस से हो रहा है बाहर
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Rajasthan: वर्ल्ड क्लास एयरपोर्ट्स रैकिंग में फिर से फिसड्डी साबित हुआ जयपुर एयरपोर्ट ! 7 साल से लगातार रेस से हो रहा है बाहर

Jaipur Airport Ranking: विश्व के सबसे बेहतर एयरपोर्ट्स को लेकर किए जाने वाले सर्वेक्षण के परिणाम आ गए हैं. इस बार के सर्वेक्षण में अलग-अलग यात्रीभार की श्रेणियों में देश के 4 एयरपोर्ट अवार्ड जीतने में सफल रहे हैं.

 Jaipur airport again lost ASQ award ZeeRaajsthan

Jaipur Airport Ranking: विश्व के सबसे बेहतर एयरपोर्ट्स को लेकर किए जाने वाले सर्वेक्षण के परिणाम आ गए हैं.  जयपुर एयरपोर्ट इस बार भी पीछे साबित हुआ है. जयपुर एयरपोर्ट इस सर्वेक्षण में लगातार सातवें साल पिछड़ा है. इस बार के सर्वेक्षण में अलग-अलग यात्रीभार की श्रेणियों में देश के 4 एयरपोर्ट अवार्ड जीतने में सफल रहे हैं.

7 साल से हो रहा है रेस से बाहर

वर्ष 2015 और 2016 में लगातार दो साल तक विश्व का नंबर 1 एयरपोर्ट रहने वाले जयपुर एयरपोर्ट की रैंक इस बार भी पिछड़ी रही है. जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पिछले 7 साल में यात्रियों और फ्लाइट्स की संख्या में तो वृद्धि हुई है, लेकिन उस अनुपात में एयरपोर्ट पर यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी नहीं हो रही है. इस कारण जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की वर्ल्ड रैंकिंग में सुधार नहीं दिख रहा है. यह सर्वेक्षण एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल के जरिए किया गया है, जिसमें विश्व भर के सभी प्रमुख एयरपोर्ट शामिल रहे हैं.

इस आधार पर हुई तय
बता दें कि यह रैकिंग एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी सर्वेक्षण यात्रियों से 33 मानकों पर ली गई राय के आधार पर जारी की गई है. सर्वेक्षण में यात्रियों के एयरपोर्ट पहुंचने के लिए आवागमन के साधन, पार्किंग सुविधा, एयरपोर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था, गेट पर चैकिंग की व्यवस्था, लगेज स्कैनिंग में लगने वाला समय, चैक इन में लगने वाला समय, एयरपोर्ट स्टाफ का व्यवहार, खान-पान और शॉपिंग की सुविधाओं आदि को लेकर 33 मानकों पर यात्रियों से राय ली जाती है. जयपुर एयरपोर्ट सर्वेक्षण में 50 लाख से 1.5 करोड़ सालाना यात्रीभार वाले एयरपोर्ट्स की श्रेणी में शामिल है. वर्ष 2023 के सर्वेक्षण में जयपुर एयरपोर्ट पिछड़ गया है.

ACI के सर्वेक्षण में एशिया पेसिफिक में कौन अव्वल ?

20 लाख से कम सालाना यात्रीभार श्रेणी में भारत का कोई एयरपोर्ट नहीं
- 20 से 50 लाख सालाना यात्रीभार की श्रेणी में चंडीगढ़ एयरपोर्ट को अवार्ड

- 50 लाख से 1.5 करोड़ यात्रीभार की श्रेणी में भी भारत का कोई एयरपोर्ट नहीं
- जयपुर एयरपोर्ट भी अब इसी श्रेणी में है शामिल

- 1.5 से 2.5 करोड़ यात्रीभार श्रेणी में हैदराबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट को अवार्ड
- 2.5 से 4 करोड़ यात्रीभार की श्रेणी में भी भारत का कोई एयरपोर्ट नहीं

- 4 करोड़ से ज्यादा यात्रीभार की श्रेणी में दिल्ली व मुंबई एयरपोर्ट को अवार्ड

विजेता को क्या मिलता है

आपको बता दें कि एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल के इस सर्वेक्षण में विजेता रहे एयरपोर्ट्स को ट्रॉफी और राशि देकर सम्मानित किया जाता है. यह सम्मान समारोह हर साल संभावित रूप से अगस्त या सितंबर माह में होता है. एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल ने इन वार्षिक परिणामों के साथ ही इस बार 5 अन्य श्रेणियों में भी अवार्ड घोषित किए हैं, जिनमें भारत का बेंगलूरु का कैम्पेगोडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अराइवल एयरपोर्ट्स की श्रेणी में विजेता रहा है.

क्या हैं सर्वेक्षण में पिछड़ने के कारण

 एयरपोर्ट बिल्डिंग में यात्री सुविधाओं की कमी
वेटिंग लाउंज में सिटिंग स्पेस की कमी से यात्री खड़े रहने को मजबूर

वॉशरूम कम होने से लग जाती हैं कतार

एयरपोर्ट पोर्च को छोटा किए जाने से अक्सर लगने वाला जाम

टर्मिनल-1 शुरू नहीं किए जाने से टर्मिनल-2 का ओवरक्राउडेड होना

कुल मिलाकर सर्वेक्षण के इन परिणामों ने साफ कर दिया है कि जयपुर एयरपोर्ट पर अपेक्षाकृत रूप से यात्री सुविधाएं बेहतर नहीं हैं. ऐसे में जब तक यात्री सुविधाओं को नहीं सुधारा जाएगा, तब तक एयरपोर्ट की रैंक सुधरना मुश्किल है.

 

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