पश्चिमी राजस्थान में अगले तीन दिनों तक मौसम शुष्क बना रहने की संभावना है लेकिन 20 अगस्त के बाद राजस्थान के अधिकतर जिलों में मानसूनी बारिश की गतिविधियों में फिर से बढ़ोतरी दर्ज होने की संभावना है.
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Jaipur: प्रदेश में मानसून (Monsoon) की बेरुखी के चलते पिछले करीब 1 सप्ताह से भीषण गर्मी और उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया है लेकिन एक बार फिर से प्रदेश में मानसून तंत्र के सक्रिय होने की संभावना प्रबल हो गई है.
17 अगस्त से पूर्वी राजस्थान (East Rajasthan) के करीब एक दर्जन हिस्सों में मानसून के सक्रिय होने की संभावना है तो वहीं 20 अगस्त के बाद प्रदेश के करीब सभी जिलों में एक बार फिर से मानसून की बारिश लोगों को राहत देती हुई नजर आएगी.
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प्रदेश में इस साल मानसून ने देरी से दस्तक की लेकिन दस्तक के साथ ही प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में हुई झमाझम बारिश ने लोगों को राहत भी दी लेकिन बीते करीब एक सप्ताह से प्रदेश में मानसून की बेरुखी के चलते दिन और रात के तापमान में लगातार बढ़ोतरी होने से लोगों को भीषण गर्मी और उमस सताने लगी. इस दौरान प्रदेश में दिन का औसत तापमान करीब 36 डिग्री के पार दर्ज किया गया तो वहीं रात का औसत तापमान भी करीब 26 डिग्री के पार पहुंच चुका है.
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मानसून की बेरुखी के चलते तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज
क्या कहना है मौसम विभाग का
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और उड़ीसा-आंध्रप्रदेश से लगते हुए क्षेत्र के निकट लॉ प्रेशर एरिया बनने की संभावना है, जिसके प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में बारिश की गतिविधियों में 17 और 18 अगस्त से बढ़ोतरी होने की संभावना है.
इस दौरान तीव्र मेघगर्जन के साथ वज्रपात होने की संभावना बनेगी. 17-18 अगस्त को पूर्वी राजस्थान के कोटा एवं उदयपुर संभाग में कुछ भागों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश भी होने की संभावना है. 19 एवं 20 अगस्त को जयपुर एवं भरतपुर संभाग में भी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है.
हालांकि पश्चिमी राजस्थान में अगले तीन दिनों तक मौसम शुष्क बना रहने की संभावना है लेकिन 20 अगस्त के बाद राजस्थान के अधिकतर जिलों में मानसूनी बारिश की गतिविधियों में फिर से बढ़ोतरी दर्ज होने की संभावना है.