राजस्थान- प्रदेश में ऑपरेशन वज्र प्रहार से टूटी अपराध की कमर, 20,542 बदमाश गिरफ्तार
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राजस्थान- प्रदेश में ऑपरेशन वज्र प्रहार से टूटी अपराध की कमर, 20,542 बदमाश गिरफ्तार

Rajasthan news: राजस्थान में बीते दो महीने से राज्य की पुलिस और उसके तेवर पूरी तरह बदल चुके है. राजस्थान पुलिस के अभियान ऑपरेशन वज्र प्रहार में पुलिस की 5,137 टीमों ने अपराधियों के लगभग 13,600 ठिकानों पर दबिश देकर 20,542 बदमाशों को अब तक गिरफ्तार किया है.

राजस्थान- प्रदेश में ऑपरेशन वज्र प्रहार  से टूटी अपराध की कमर, 20,542 बदमाश गिरफ्तार

Rajasthan news: राजस्थान में बीते दो महीने से राज्य की पुलिस और उसके तेवर पूरी तरह बदल चुके है. कुछ समय पहले तक सिर्फ बदमाशों द्वारा पुलिस पर फायर की खबरें सामने आती रही थी लेकिन अब प्रदेश पुलिस के काम करने का अंदाज बदल चुका है.

युद्ध स्तर पर अभियान 
 राजस्थान में पुलिस अब अपराधियों की कमर तोड़ती हुई नजर या रही है . आलम ये है कि  राजस्थान पुलिस ने हार्डकोर अपराधियों, माफियाओं और आपराधिक गैंग्स के खिलाफ युद्ध स्तर पर अभियान छेड़ा हुआ है . राजस्थान पुलिस के अभियान ऑपरेशन वज्र प्रहार में पुलिस की 5,137 टीमों ने अपराधियों के लगभग 13,600 ठिकानों पर दबिश देकर 20,542 बदमाशों को अब तक गिरफ्तार किया है. दरअसल इस बड़े बदलाव के पीछे एक बड़ी वजह है . उस वजह का नाम है आईपीएस दिनेश एमएन 

क्राइम कंट्रोल करने की जिम्मेदारी
 राजस्थान सरकार ने राज्य में क्राइम कंट्रोल करने की जिम्मेदारी एक ऐसे पुलिस अधिकारी को दी जो शत प्रतिशत रिजल्ट देने वाले है. एडीजी क्राइम दिनेश एमएन एसीबी में रहे तो घूसखोर उनसे थर्राये और एसीबी ने बड़े रिकॉर्ड्स बनाए , और अब राजस्थान में अपराधी उनसे भय खा रहे है . 

डीजीपी राजस्थान उमेश मिश्रा की सटीक मॉनीटरिंग
डीजीपी राजस्थान उमेश मिश्रा की सटीक मॉनीटरिंग में एडीजी क्राइम दिनेश एमएन और उनकी टीम ने अपराधियों की कमर तोड़ कर रख दी है. जी राजस्थान न्यूज पर सुनिए आखिर क्या है राजस्थान पुलिस के एडीजी क्राइम दिनेश एमएन का अपराध और अपराधियों के खिलाफ प्लान .

करीब महीने भर से ऊपर हो चुके ऑपरेशन वज्र प्रहार   ने राजस्थान में अपराधियों  की कमर को तोड़ के रख दिया है. प्रदेशभर में पुलिस की 5137 टीमों ने  अब तक 20,542 बदमाशों को गिरफ्तार किया  है . जिसके चलते आपराधिक मामलों में 9 प्रतिशत की कमी  आई है. इसके अलावा सोशल मीडिया पर  भी बदमाशों के  फ़ॉलोअर्स घटे है साथ ही फिरौती के लिए कॉल में भी कमी आई  है.

सेशल मीडिया में घटे  फ़ॉलोअर्स 

सोशल मीडिया पर अपराधियों को फॉलो करने वालों के विरूद्ध कुल 36 प्रकरण दर्ज कर इन प्रकरणों में 56 लोगों को गिरफ्तार किया और  प्रिवेन्टिव सेक्शनों में 1027 लोगों को गिरफ्तार किया.  जिसका ताजा उदाहरण बीकानेर से है. जिले में अभियान से पूर्व बीकानेर में मोनू ग्रुप के सोशल मीडिया पर कुल 36,537 फॉलोवर्स थे जो अब घटकर 9189 रह गये . वही बदमाश रोहित गोदारा के फॉलोवर्स 38,862 से घटकर अब 6558 रह गये है और नये फॉलोवर्स बनने बंद हो गये. संगठित अपराधों के विरुद्ध लगभग एक महीने के एग्रेसिव पुलिसिंग द्वारा लगभग 13000 वांटेड को गिरफ्तार किया गया, 

दस्यु केशव गुर्जर का गैंग सहित सफाया किया गया, लॉरेंस बिश्नोई गैंग के अधिकांश सदस्य गिरफ्तार हुए. इनसे हथियारों की जब्ती के बाद इनकी गैंग की गतिविधियों पर विराम लगा. एक्सटॉर्शन के लिए धमकी देने वालों पर भी कठोर प्रभावी अंकुश लगाया गया.

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