Rajasthan Doctor Strike: जोखिम में है मरीजों की जान! 'राम' के भरोसे चल रही है गाड़ी.. राजस्थान में 3000 से ज्यादा सर्जरी टली
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2393083

Rajasthan Doctor Strike: जोखिम में है मरीजों की जान! 'राम' के भरोसे चल रही है गाड़ी.. राजस्थान में 3000 से ज्यादा सर्जरी टली

Rajasthan Doctor Strike: जयपुर में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल आज 8वें दिन भी जारी है. कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या मामले में देश भर में रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं. जिससे राजस्थान के रेजिडेंट डॉक्टर भी अछूते नहीं हैं. राजस्थान के डॉक्टर्स ने भी न्याय और सुरक्षा को लेकर पिछले 8 दिनों से मोर्चा खोल रखा है.

 

Rajasthan Doctor Strike

Rajasthan Doctor Strike: राजस्थान के जयपुर में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल आज आठवें दिन भी जारी है. कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या मामले में देश भर में रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं. जिससे राजस्थान के रेजिडेंट डॉक्टर भी अछूते नहीं हैं. राजस्थान के डॉक्टर्स ने भी न्याय और सुरक्षा को लेकर पिछले 8 दिनों से मोर्चा खोल रखा है. 

 

हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों से काम पर वापस लौटने की अपील की है, लेकिन रेजिडेंट डॉक्टरों का मूड अभी काम पर वापस लौटने का नहीं लग रहा है. राजस्थान में रेजिडेंट डॉक्टर की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हो रही हैं. पूरे राजस्थान में ओपीडी सेवाओं के साथ-साथ इमरजेंसी सेवाएं और सर्जरी भी प्रभावित हुई है. हालात ऐसे हो गए हैं कि हड़ताल से परेशान मरीजों ने तो अब सरकारी अस्पतालों से दूरी बना ली है. 

 

राजस्थान के अस्पतालों में अब तक हजारों सर्जरी टल चुकी हैं. इसके बाद अब तो अस्पतालों में मरीजों की कतार भी नहीं दिखाई दे रही हैं. राजस्थान के सबसे बड़े अस्पताल SMS अस्पताल में ओपीडी सेवाओं में मरीजों की संख्या लगातार घटती जा रही है. रेजिडेंट डॉक्टरों ने 12 अगस्त को हड़ताल का ऐलान किया. जिसके बाद से 13 अगस्त को मरीजों को घंटो तक लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा.

 

हड़ताल से हजारों सर्जरी टली

12 अगस्त से 1 सप्ताह पहले के दौरान SMS अस्पताल की ओपीडी में 54559 मरीज इलाज के लिए आए थे. वहीं हड़ताल के बाद अगले एक सप्ताह के दौरान सिर्फ 39333 मरीज SMS अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे. बात सिर्फ यहीं खत्म नहीं होती है, बल्कि सर्जरी में भी भारी गिरावट देखी गई. 

 

SMS अस्पताल में औसतन एक दिन में 400 से 450 सर्जरी होती है, लेकिन 19 अगस्त को यहां सिर्फ 181 सर्जरी ही हुई. हड़ताल से एक सप्ताह पहले के दौरान 2873 सर्जरी हुई थी. वहीं अब सर्जरी की संख्या घटकर एक सप्ताह में 1968 हो गई है. इसके अनुसार सर्जरी में भी 900 की गिरावट है. 

 

हड़ताल के चलते प्रदेश भर में 300 से ज्यादा सर्जरी टाली गई. जयपुर में 900, उदयपुर में 650, कोटा में 800, जोधपुर में 400 और अजमेर में 400 से अधिक मरीजों के ऑपरेशन टले हैं.

 

हड़ताल खत्म होने एक सप्ताह बाद खत्म होगा बैकलॉग- SMS प्रबंधन  

 

SMS कॉलेज एवं अस्पताल के प्रवक्ता डॉ मनीष अग्रवाल ने बताया कि इमरजेंसी सेवाएं बहाल हैं साथ ही इमरजेंसी सर्जरी भी हो रही है. हड़ताल की वजह से कुछ रूटीन सर्जरी जरूर टले हैं, लेकिन हम हड़ताल समाप्त होने के साथ ही अगले एक सप्ताह के अंदर यह बैकलॉग खत्म कर लेंगे. हमने हमारे रेजिडेंट डॉक्टरों की बातें सुनी है. प्रिंसिपल दीपक माहेश्वरी ने उनकी बातें मानी है. हमें उम्मीद है कि वे जल्द काम पर लौटेंगे. 

 

सुप्रीम कोर्ट की अपील पर बोले जार्ड उपाध्यक्ष

जयपुर में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल आज आठवें दिन भी जारी है. हड़ताल कर रहे डॉक्टर्स ने मंगलवार 20 अगस्त 2024 को स्टैच्यू सर्किल पर प्रदर्शन कर अमर जवान ज्योति तक मार्च के लिए भी निकले. सुप्रीम कोर्ट की अपील के बाद भी रेजिडेंट डॉक्टर मानने को तैयार नहीं हैं. 

 

जार्ड के उपाध्यक्ष जयपाल गोदारा ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हैं और हमें कोर्ट में पूरी आस्था है, लेकिन सीपीए हमारी प्रमुख मांग है, इसलिए हम इसपर ठोस कार्रवाई के बगैर हड़ताल समाप्त नहीं करेंगे.

 

Trending news