जयपुर में भी केदारनाथ जैसा नजारा देखने को मिला है, जहां एक शिला ने नाहरगढ़ स्थित जंगजीत महादेव मंदिर के शिवलिंग को तूफान छू तक नहीं पाया. शिव परिवार के ऊपर छत्र की लटकी शिला ने 2013 में उत्तराखंड आपदा में सुरक्षित रहे केदारनाथ धाम की याद ताजा कर दी.
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Jangjit Mahadev Temple News: शिव की महिमा अपार और अनंत है. इसे समझ पाना सबके बस की बात नहीं है. ऐसा ही नजारा नाहरगढ़ स्थित जंगजीत महादेव मंदिर में देखने को मिला. कलियुग में ही शिव से जुड़े कई ऐसे रहस्यमी घटनाएं हैं जिसे जानकर लोग हैरान हो जाते हैं. साल 2013 में उत्तराखंड के केदारनाथ में आई त्रासदी में चमत्कारी शिला ने केदारनाथ मंदिर को खरोंच तक आने नहीं दिया. भगवान शिव के कई मंदिर हैं जिससे जुड़ी चमत्कारिक और रहस्यमयी घटनाएं हैरान करने वाली हैं. जयपुर में भी केदारनाथ जैसा नजारा देखने को मिला है, जहां एक शिला ने नाहरगढ़ स्थित जंगजीत महादेव मंदिर के शिवलिंग को तूफान छू तक नहीं पाया.
राजधानी जयपुर में गुरुवार रात आए भीषण आंधी-तूफान से पिंक सिटी में कोहराम मच गया था. बावजूद इसके जयपुर नाहरगढ रोड़ स्थित शिवमंदिर पर एक विशालकाय वटवृक्ष गिरने के बाद भी शिव परिवार पूरी तरह सुरक्षित रहा. शिव परिवार के ऊपर छत्र की लटकी शिला ने 2013 में उत्तराखंड आपदा में सुरक्षित रहे केदारनाथ धाम की याद ताजा कर दी.
स्थानीय निवासी विरेन्द्र कॉशिक ने इसे भोलेनाथ का चमत्कार बताते हुए कहा कि पुराने बरगद के पेड़ के गिरने से आसपास के मकानों तक की दीवार गिर गई. बावजूद इसके मंदिर में स्थित शिवलिंग पूरी तरह सुरक्षित रहा. इस वाक्ये को सुनने के बाद लोग ढूंढते हुए इस मंदिर तक पहुंचने लगे है.जंगजीत मंदिर के पुजारी ने बताया कि मंदिर पूरा तहस-नहस हुआ लेकिन इस मंदिर की मूर्तियां ज्यों की ज्यों रही.इसे चमत्कार नहीं कहे तो क्या कहें.
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जयपुर के नाहरगढ़ स्थित जंगजीत महादेव मंदिर में ऐसा लगा जैसे उसे किसी अदृश्य शक्ति ने रोक दिया हो. आए भीषण तूफान में यहां मौजूद विशाल पेड़ मंदिर सहित धराशायी हो गया, लेकिन एक चमत्कारी शिला शिवलिंग के ऊपर छत्र की तरह आकर रुक गया. जैसे मानों किसी ने इस भीषण तूफान के बीच इस शिला को रख दिया हो. पूरा मंदिर तहस-नहस हो गया लेकिन यहां मौजूद देवी-देवताओं की मूर्तियां सुरक्षित रहीं. स्थानीय निवासी और यहा के पूजारी इसे भगवान का साक्षात चमत्कार बता रहे हैं.