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Jaipur: रीट लेवल-2 में बढ़ते विवाद को देखते हुए सरकार की ओर से रीट लेवल-2 को निरस्त करने का फैसला तो ले लिया गया है, लेकिन ये फैसला कई बड़े सवाल अपने पीछे छोड़ गया है, लेकिन एक बड़ा सवाल ये भी है कि रीट लेवल-2 में अलवर में एक परीक्षा केन्द्र पर शामिल हुए करीब 600 परीक्षार्थियों द्वारा दी गई परीक्षा का भविष्य क्या होगा? क्या इन परीक्षार्थियों की परीक्षा फिर से होगी या फिर इनके द्वारा प्राप्त किए गए अंक यथावत रहेंगे. ऐसी की कुछ असमंजस की स्थिति से गुजर रहे हैं ये परीक्षार्थी.
गौरतलब है कि 26 सितम्बर को रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा का आयोजन हुआ, लेकिन अलवर में एक परीक्षा केन्द्र पर पेपर देरी से पहुंचने के चलते मुख्यमंत्री द्वारा इस परीक्षा केन्द्र पर दोबारा परीक्षा आयोजन का फैसला लिया गया. करीब 20 दिनों के बाद फिर से नये पेपर के साथ इनकी परीक्षा का आयोजन करवाया गया. वहीं एसओजी की ओर से 26 सितम्बर को आयोजित पेपर को ही लीक माना गया है.
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एसओजी की रिपोर्ट के आधार पर जब 26 सितम्बर का पेपर ही आउट हुआ तो 20 दिन बाद हुई परीक्षा का पेपर आउट ही नहीं हुआ है. जबकि सरकार की ओर से जब सोमवार को लेवल-2 की परीक्षा को निरस्त करने का फैसला लिया तो 20 दिन बार 600 परीक्षार्थियों की दोबारा आयोजित हुई परीक्षा पर कोई बात नहीं कही गई. जिसके बाद अब ये परीक्षार्थी असमंजस की स्थिति में हैं.
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दूसरी बार हुई परीक्षा में शामिल हुए रोहिताश्व कुमार चौधरी का कहना है कि अलवर के एक परीक्षा केन्द्र पर करीब 20 दिन बार दोबारा नये पेपर छपवाकर परीक्षा ली गई थी. सरकार ने रीट लेवल-2 को निरस्त करने का फैसला लिया, लेकिन ये स्पष्ट नहीं किया है कि जो 600 परीक्षार्थी बाद में परीक्षा में शामिल हुए उनकी परीक्षा की क्या स्थिति रहेगी. अगर हमारी परीक्षा भी रद्द होती है तो हमें बहुत ज्यादा नुकसान होगा. क्यूंकि नया पेपर छपा उसको आउट नहीं माना गया. इसलिए हम लोग असमंजस की स्थिति में हैं. जल्द से जल्द सरकार इस स्थिति को स्पष्ट करे.