राजस्थान में शिक्षण संस्थाओं को खोलने की तारीख और गाइडलाइन को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई बैठक में बड़ा फैसला किया गया है.
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Jaipur : राजस्थान में शिक्षण संस्थाओं को खोलने की तारीख और गाइडलाइन को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई बैठक में बड़ा फैसला किया गया है. दरअसल कल राज्य मंत्रिपरिषद की गुरुवार को हुई बैठक में शिक्षण संस्थाओं को पुनः प्रारम्भ करने के लिए हुए सैद्धांतिक निर्णय के बाद आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने प्रदेश में शिक्षण संस्थाओं को खोलने की तिथि और एसओपी के संबंध में निर्णय लेने के लिए पांच मंत्रियों की एक समिति गठित की है.
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गौरतलब है कि कल राज्य मंत्री परिषद की बैठक के बाद शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने कहा था कि राजस्थान में 2 अगस्त से स्कूल खोले जाएंगे. पहली क्लास से लेकर 12वीं कक्षा तक बच्चों की पढ़ाई शुरू हो सकेगी, लेकिन अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से समिति के गठन के बाद संभवत नई तारीख का ऐलान हो और कक्षाओं को लेकर भी फैसला समिति की रिपोर्ट के आधार पर ही होगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने समिति को जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं.
गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हुई बैठक में कहा कि इस समिति में चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी तथा चिकित्सा एवं तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग शामिल होंगे. यह समिति शिक्षण संस्थाओं को खोलने की तारीख एवं इसके लिए विस्तृत एसओपी तैयार करने पर निर्णय करेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविङ-19 महामारी (Coronavirus) की संभावित तीसरी लहर के दृष्टिगत शिक्षण संस्थाओं को खोलने की एसओपी के संबंध में गहन विचार-विमर्श कर निर्णय लिया जाना चाहिए. इसके लिए मंत्रियों की समिति भारत सरकार के स्वास्थ्य और मानव संसाधन मंत्रालयों, आईसीएमआर एवं अन्य राज्य जहां शैक्षणिक संस्थान प्रारम्भ किए गए हैं, उनके साथ संपर्क कर उनके अनुभव और फीडबैंक पर चर्चा करेगी. साथ ही भारत सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों की जानकारी लेकर शिक्षण संस्थाओं को खोलने की तारीख एवं एसओपी के संबंध में निर्णय करेगी.
बैठक में चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. राजाबाबू पंवार, डॉ. सुधीर भंडारी, डॉ. वीरेन्द्र सिंह, डॉ. एमएल गुप्ता, डॉ. अमरजीत मेहता, डॉ. प्रवीण माथुर एवं डॉ. मनीष ने देश तथा दुनिया में कोविड संक्रमण की स्थिति बच्चों पर इसके प्रभाव तथा आने वाले दिनों में संक्रमण की आशंका पर विस्तृत जानकारी दी. सभी विशेषज्ञों की राय थी कि शिक्षण संस्थानों में सभी शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टाफ, बच्चों के परिवहन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले वाहनों के ड्राइवर तथा संपर्क में आने वाले अन्य व्यक्तियों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए. साथ ही, कोविड प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित की जा सके, इसके लिए विस्तृत गाइडलाइंस जारी की जाए.
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