एक तरफ जहां पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. ,वहीं नाहरगढ लॉयन सफारी में 16 दिन से पिंजरे में बंद शेरनी सृष्टि भी अपनी आजादी राह देख रही है. मामला 24 जुलाई का है.
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Jaipur: एक तरफ जहां पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. ,वहीं नाहरगढ लॉयन सफारी में 16 दिन से पिंजरे में बंद शेरनी सृष्टि भी अपनी आजादी राह देख रही है. मामला 24 जुलाई का है. जहां शेरनी सृष्टि को एनक्लोजर में छोड़ा गया था, लेकिन वह शाम को वापस पिंजरे में नहीं लौटी. इस बात से वन विभाग के अधिकारी अनजान रहे. जी मीडिया के खबर प्रसारित करने के बाद वन विभाग के अधिकारी हरकत में आए. जिसके बाद विभाग ने जंगल में अलग-अलग टीम बनाकर एनक्लोजर में सर्च अभियान चलाया.
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वन विभाग की टीम ने लॉयन सफारी के एनक्लोजर का चप्पा चप्पा छान मारा लेकिन शेरनी सृष्टि का कही कोई पता नहीं लग पया था. 29 जुलाई की रात शेरनी सृष्टि खुद ही पिंजरे में आ गई. जिसके बाद वन विभाग ने राहत की सांस ली. इस घटना के बाद से विभाग के अधिकारियों ने शेरनी को पिंजरे में बंद कर दिया है.
इस बारे में वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि, बारिश के कारण एनक्लोजर में लंबी लंबी घास और घनी हो गई है. उसे वापस छोड़ा गया तो वह फिर से घास में छिप जाएगी. ऐसे में फिर से शेरनी को ढूंढना मुश्किल हो जाएगा.
वहीं दूसरी तरफ वन्यजीव प्रेमियों को कहना है कि, वन विभाग के अधिकारी इस तरह से पिंजरे में बंद कर बेजुबान जानवर को सजा दे रहे है, अगर विभाग लगातार मॉनिटरिंग करते है तो वह छोटे से एनक्लोजर में कहा गायब हो सकती है. इस बार वह एनक्लोजर की लंबी घास में गुम नहीं हुई बल्कि वन विभाग के अफसरों ने उसे पिंजरे में कैद कर लिया है. 16 दिन से उसे पिंजरे से नहीं निकाला.
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