Rajasthan Election: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 का समर जारी है. बीजेपी-कांग्रेस दोनों के सामने अलग-अलग तरह की चुनौतियां हैं. लेकिन राजस्थान की पूर्व सीएम रहीं वसुंधरा राजे की चुप्पी से बीजेपी चिंता में है. उनके समर्थकों में गुस्सा साफ तौर पर देखा जा सकता है.
Trending Photos
Rajasthan Election: राजस्थान की डगर क्या बीजेपी पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को दरकिनार करके पार कर सकती है? आखिर बीजेपी हाई कमान ने राजस्थान विधानसभा चुनाव में सीएम फेस क्यों डिकलेयर नहीं किया. वसुंधरा को महत्व कम दिया जा रहा है. उनके समर्थकों के टिकट कट रहे हैं. ऐसे कई सवाल राजस्थान की सियासी चौपालों में चर्चा में हैं.
वहीं, पूरे मामले में वसुंधरा राजे की चुप्पी से कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. हालांकि उनके समर्थकों में गुस्सा साफ तौर पर देखा जा सकता है. जानकारों कि मानें तो बीजेपी ने अपनी पहली सूची में वसुंधरा खेमें के कई कैंडिडेट्स के टिकट काट दिए हैं. वहीं, नाराजगी को देखते हुए बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने दूसरी सूची में सबको साधने का प्रयास किया है. इस सूची में कई वसुंधरा समर्थकों को टिकट दिए गए हैं.
बता दें बीजेपी में अभी तक 184 उम्मीदवारों की सूची जारी हो गई है. तीसरी सूची में वसुंधरा राजे के कई कट्टर समर्थकों को टिकट की उम्मीद है, लेकिन ये उम्मीद कितनी खरी उतरेगी ये बीजेपी हाई कमान ही तय करेगा. देखना होगा कि तीसरी सूची में किसका नाम कटेगा और किसका जुड़ेगा. सियासी जानकारों का कहना है कि वसुंधरा राजे खुलकर पार्टी के लिए काम करने से परहेज बरत रही हैं. जबकि अपने आवास पर समर्थकों से मिल रही है.
सूत्रों कि मानें तो वसुंधरा अभी कुछ भी खुलकर नहीं बोल रही हैं, न अपनी नाराजगी जाहिर कर रही हैं, वहीं वसुंधरा खेमे के मानें जानें वाले राजे समर्थक राजपाल सिंह शेखावत और अशोक लाहोटी के समर्थक विरोध कर रहे हैं. ये विरोध जयपुर के पार्टी कार्यालय में भी देखने को मिला है.इनकी मांग है कि प्रत्याशी बदले जाएं.
पार्टी ने इस बार लाहोटी का सांगानेर और शेखावत का झोटवाड़ा से टिकट काट दिया है. फिलहाल वसुंधरा राजे के कट्टर समर्थक मानें-जानें वाले पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी और पूर्व मंत्री युनूस खान पर सभी की निगाहें है. देखना होगा कि इस मामले पर बीजेपी का अगला स्टेप क्या होगा?
ये भी पढ़ें- Rajasthan: कांग्रेस को बड़ा झटका! सचिन पायलट की करीबी ज्योति खंडेलवाल ने थामा BJP का दामन