जैसलमेर में पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन के आने कि खुशी में उत्सव का महौल दिखा. क्योंकि दो साल बाद ये रॉयल ट्रेन यहां पहुंची है. 35 देशी-विदेशी सैलानियों को लेकर. इनके स्वागत में रेगिस्तान का जहाज भी खड़ा मिला. ढोल-नगाड़ों की गूंज भी खूब रही.
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Jaisalmer news : पहियों वाले महल के नाम से जाने वाली पैलेस ऑन व्हील्स" ट्रेन का रविवार को इस साल के पहले फेरे में जैसलमेर पहुंची. जहां 35 देशी- विदेशी सैलानियों के साथ इस ट्रेन का जैसलमेर पहुंचने पर रेलवे स्टेशन पर भव्य स्वागत हुआ.
इस ट्रेन के यात्रियों की राजसी ठाठ-बाट और अत्याधुनिक सुविधाओं का एक साथ अहसास कराने वाली "पैलेस ऑन व्हील्स" आज जब साल के पहले फेरे में जैसलमेर पहुंची तो उसके अंदाज में आमूल बदलाव नजर आए. 35 देशी-विदेशी सैलानियों के साथ जैसलमेर पहुंचने पर शाही रेल का ढोल नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया गया.
जैसलमेर की परंपरा के अनुसार सभी यात्रियों का तिलक लगाकर व माला पहनाकर स्वागत किया गया. भव्य स्वागत देख सभी यात्री अभिभूत हो गए. यात्रियों का कहना है कि हमारा सफर काफी आनन्दमय है. 7 सितारा होटल जैसा अनुभव हमे इस रेल में मिल रहा है. यंहा का खाना बहुत ही स्वादिष्ट और लाजवाब है, सभी यात्री आज दिन भर शहर का भृमण कर शाम को सम के मखमली धोरों का लुत्फ उठाएंगे.
रेलवे और पर्यटन विभाग की साझेदारी की पहली ट्रेन
भारतीय रेलवे और पर्यटन विभाग की सांझेदारी में चलने वाली इस शाही रेल को 25 साल में बदलने का प्रावधान है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में यात्रियों की कमी को देखते हुए 2 साल पहले ही इस ट्रेन को बदल गया है. इस ट्रेन को भीतरी साज- सज्जा से तो बदल ही है बाहर से भी रंग और डिजाइन में बदलाव किया गया है, जिससे इसमें सफर करने वाले शैलानियों की संख्या में इजाफा हो सके.
दुनिया की सबसे आरामदायक ट्रेनों में सम्मिलित पैलेस ऑन व्हील्स में यात्रियों के लिए इस बार कई नवाचार किये गए हैं. इसके अंतर्गत ट्रेन में सर्वसुविधाओं से युक्त जिम को जोड़ा गया है. एक कि बजाय दो बार और रेस्टोरेंट की सुविधा दी गयी है.
लोगों में काफी उत्साह दिखा
पहले थोड़े संकरे महसूस होने वाले कुम्पो कि बजाय अब यात्रियों को आरामदायक डीलक्स व सुईट दिए गए हैं. गौरतलब है कि इतने नवाचार के बाद भी किराये में कोई बढ़ोतरी नही की गई है. शाही ट्रेन के महाप्रबंधक प्रदीप बोहरा ने जानकारी देते बताया कि आज पहले फेरे में 35 यात्री आए हैं.
कोरोना के चलते 2 साल तक शाही ट्रेन का संचालन नहीं हो पाया. अब 2 साल बाद लोग घरों से निकलना चाहते हैं. इसको लेकर लोगों में काफी उत्साह नजर आ रहा है. जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि आगामी दिनों में पर्यटकों की बूम हो सकती है.
रिपोर्टर-शंकरदान
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