Khetri, Jhunjhunu: ढंढों वाले जोहड़ बालाजी मंदिर में आए श्रद्धालु पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया. करीब 50 से 60 श्रद्धालु घायल हो गए. जिन्हें सरकारी समेत अन्य अस्पतालों में ले जाया गया. सभी की हालत खतरे से बाहर है.
Trending Photos
Khetri, Jhunjhunu: झुंझुनूं के मंडावा में झुंझुनूं रोड पर स्थित ढंढों वाले जोहड़ बालाजी मंदिर में आए श्रद्धालु पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया. जिससे करीब 50 से 60 श्रद्धालु घायल हो गए. जिन्हें सरकारी समेत अन्य अस्पतालों में ले जाया गया. घायलों में मंदिर में व्यवस्था के लिए तैनात पुलिसकर्मी और पत्रकार भी शामिल है. जानकारी के मुताबिक आज ढंढो वाले जोहड़ बालाजी मंदिर में हनुमान जन्मोत्सव पर कार्यक्रम चल रहा था. मंदिर में हवन और भंडारा का आयोजन था. जिसके चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु थे. इसी दौरान मंदिर परिसर में लगे मधुमक्खी के छत्ते से मधुमक्खियां तितर-बितर होने लग गई.
ये भी पढ़ें- Sikar news: आखिर किन मांगों को लेकर लगा रहे है बहरोड़ विधायक पाटन में दौड़, जानिए वजह
जिससे कई श्रद्धालु चपेट में आ गए. सभी घायलों का इलाज चल रहा है. सभी की हालत खतरे से बाहर है. इसके बाद मंदिर में अफरा तफरी का माहौल बन गया. कई श्रद्धालुओं ने भागकर खुद को बचाया. खेतड़ी पंचायत समिति के सभागार भवन में बुधवार को साधारण सभा की बैठक का आयोजन किया गया. प्रधान मनीषा गुर्जर की अध्यक्षता में हुई बैठक में सर्वसम्मति से खेतड़ी को जिला बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया और राम लुभाया कमेटी को प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया गया है. जिला परिषद सदस्य उम्मेद सिंह निर्वाण ने खेतड़ी को जिला बनाने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि खेतड़ी वर्तमान समय में जिला बनाने की सभी शर्तें पूरी कर रही है. इसके बावजूद भी सरकार की अनदेखी के कारण खेतड़ी को जिला नहीं बनाया गया है.
ये भी पढ़ें- Alwar news: चौपांकी औद्योगिक क्षेत्र में कंपनी का गिरा लेंटर, 4 मजदूरों की हालत गंभीर
खेतड़ी जयपुर स्टेट रियासत के बाद दूसरे बड़ी स्टेट रियासत हुआ करती थी, लेकिन सरकार की उदासीनता के कारण खेतड़ी रियासत के अधीन आने वाले नीमकाथाना व कोटपूतली को जिला बना कर खेतड़ी क्षेत्र की जनता के साथ अन्याय किया गया है. इस दौरान बैठक में उपस्थित सदस्यों ने प्रधान मनीषा गुर्जर से खेतड़ी को जिला बनाने का प्रस्ताव पारित करने की मांग की, जिस पर प्रधान मनीषा ने खेतड़ी को जिला बनाने का प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री व रामलुभाया कमेटी को भेजने का निर्णय लिया. बैठक में लोयल सरपंच महेंद्र काजला ने लोयल, मानोता जाटान, रसुलपुर, बढ़ाऊ, चारावास, नंगली सलेदीसिंह ग्राम पंचायतों को झुंझुनूं जिले में रखने की मांग की.
ये भी पढ़ें- नमो वॉलंटियर्स कार्यशाला, चुनाव में बीजेपी के लिए गेम चेंजर साबित होगी यह स्कीम- सतीश पूनिया
इसके अलावा गोठड़ा सरपंच सरती देवी ने आजाद मार्केट के पास टूटी हुई सड़क व केसीसी के डीबी बंगले के पास सिंघाना-जयपुर स्टेट हाईवे पर क्षतिग्रस्त सड़क से आए दिन हो रहे हादसों पर रोक लगाने के लिए स्टेट हाईवे व टूटी सड़कों को ठीक करवाने, पेट्रोल पंप के पास आवासीय मकानों के सामने व पीछे बिजली के तार गुजर रहे हे उन्हें हटवाने की मांग की. इसके अलावा साधारण सभा की बैठक में पेयजल, बिजली, क्षतिग्रस्त सड़कों व अन्य मुद्दे उठाए गए, जिस पर उपखंड स्तर के अधिकारियों को जल्द ही समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए गए. बैठक में एसडीएम जयसिंह चौधरी, बीडीओ शिशपाल सिंह,, डीएसपी हजारीलाल खटाना, सीबीईओ जितेंद्र सुरोलिया, रेंजर विजय फगेड़िया, पीडब्ल्यूडी एईएन अशोक यादव, जयंत शर्मा, श्रवण दत्त नरनोलिया, डॉ महेंद्र सैनी सहित अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे.