कोटा: एमबीएस हॉस्पिटल के ENT ओपीडी में हंगामा, परिजन और डॉक्टर हुए गुथमगुथा
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कोटा: एमबीएस हॉस्पिटल के ENT ओपीडी में हंगामा, परिजन और डॉक्टर हुए गुथमगुथा

Kota: संभाग के सबसे बड़े एमबीएस हॉस्पिटल के ENT ओपीडी में आज हंगामा देखने को मिला. मरीज को दिखाने आया तीमारदार डॉक्टर से उलझ गया.

परिजन और डॉक्टर हुए गुथमगुथा

Kota: संभाग के सबसे बड़े एमबीएस हॉस्पिटल के ENT ओपीडी में आज हंगामा देखने को मिला. मरीज को दिखाने आया तीमारदार डॉक्टर से उलझ गया. बात इतनी बड़ी की दोनों गुथमगुथा हो गए, जिसमें डॉक्टर की शर्ट के बटन टूट गए और मोबाइल की स्क्रीन भी टूट गई. गले और हाथ पर नाखून के खरोच के निशान आ गए. तीमारदार ने डॉक्टर पर मारपीट और बदसलूकी करने का आरोप लगाया है.

दरअसल 6 साल के बच्चे का कुछ समय पहले ही कॉक्लियर इम्प्लांट ऑपरेशन हुआ था. ऑपरेशन के बाद बच्चे की स्पीच थैरेपी होनी थी. हॉस्पिटल में स्पीच थैरेपी के टेंडर प्रक्रियाधीन है. इस कारण स्पीच थैरेपी शुरू नहीं हो पाई. इसी को लेकर तीमारदार ने डॉक्टर से बहस की और बहस इतनी बढ़ी की मारपीट तक जा पहुंची. दोनों पक्षों की ओर से शिकायत देने की तैयारी की जा रही है.

बच्चे के मामा महेश ने बताया कि 6 साल का हरमन बूंदी के इंदरगढ़ में रहता है, वो बचपन से कम सुनता है और उसका इलाज चल रहा था. जांच में उसके गूंगे बहरे होने का पता चला, जिसके बाद अभी 3 महीने पहले हॉस्पिटल में निशुल्क कॉक्लियर इम्प्लांट ऑपरेशन हुआ था और उसके बाद डॉक्टर उसे जांच के लिए बुलाते रहते थे. डॉक्टर के बुलाने पर आज उसके पिता गिर्राज उसे हॉस्पिटल आए थे. पिता गिर्राज ने ENT विभाग में डॉक्टर से बात की और वहां डॉक्टर कुलदीप राणा और डॉक्टर शिवेंद्र मीणा बैठे थे. 

डॉक्टर ने व्यवस्था नहीं होने का हवाला देते हुए अभी स्पीच थैरेपी से इनकार कर दिया. कुछ कहने पर गिर्राज से बदत्तमीजी की और मारपीट पर उतारू हो गए. मामले की लिखित शिकायत थाने और हॉस्पिटल अधीक्षक से करेंगे. डॉक्टर कुलदीप राणा ने बताया कि बच्चे का ऑपरेशन किया था और उसकी स्पीच थैरेपी होनी थी. स्पीच थैरेपी फर्म के द्वारा की जाती है. अधीक्षक को इस बारे में लिखित में दिया हुआ है और उसके बाद भी हॉस्पिटल में स्पीच थैरेपी के टेंडर नहीं हुए. 

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बच्चे के पिता को यही बात समझा रहे थे और उसी समय बच्चे के पिता ने डॉक्टर शिवेंद्र मीणा को जातिसूचक शब्द कहे. अधीक्षक के बारे में उल्टा सीधा बोलना शुरू कर दिया. जब उसको टोका तो बच्चे का पिता डॉक्टर शिवेंद्र पर झूम गया, जिसमें डॉक्टर शिवेंद्र के शर्ट के बटन टूट गए. नीचे गिरने से मोबाइल की स्क्रीन टूट गई और छीनाझपटी में डॉक्टर के गले और हाथ पर नाखून की खरोंच लगी, उन्होंने हॉस्पिटल अधीक्षक को शिकायत दी है.

Reporter: KK Sharma

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