डीडवाना को जिला बनाने की मांग को लेकर लोगों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
Trending Photos
Deedwana: प्रदेश में नए जिलों की मांग लंबे समय से उठ रही है. तात्कालिक वसुंधरा सरकार की घोषणा के बाद 2008 में अंतिम जिला प्रतापगढ़ के रूप में सामने आया था. जिसके पहले भी और बाद में भी नए जिलों की मांग विभिन्न क्षेत्रों से होती रही है. नागौर की बात की जाए तो जनसंख्या के साथ-साथ क्षेत्रफल की दृष्टि से भी नागौर बहुत बड़ा जिला है. 70 के दशक से ही नागौर में नए जिले के गठन की मांग उठनी शुरू हुई थी और डीडवाना की तरफ से यह मांग की गई.
लेकिन 5 दशक बीत जाने के बाद भी आजतक सरकार ने अनदेखी की. गहलोत सरकार के बीते दो कार्यकालों में भी पहले परमेशचंद कमेटी और फिर संधू कमेटी बनाई गई और दोनों ही कमेटियों ने डीडवाना को जिला बनाने के पक्ष में रिपोर्ट दी थी. लेकिन एक बार फिर इन दोनों कमेटियों की रिपोर्ट को दरकिनार कर तीसरी बार कमेटी का गठन किया गया है.
ये भी पढ़ें: अजमेर दरगाह में हुई लूट का पाकिस्तानी कनेक्शन आया सामने, मीट कारोबारी कुरैशी का भी लूट से ताल्लुक
फिर से कलक्टरों से रिपोर्ट मांगी गई है. डीडवाना के लोगों में इस बात को लेकर भी रोष है कि जब पिछली दो कमेटियां भी गहलोत सरकार के कार्यकाल में ही बनी हैं, तो नई कमेटी बनाने की आवश्यकता क्यों पड़ी? डीडवाना में सर्वसमाजों के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने भी जिला बनाने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया है. कुल 101 संगठनों ने कलेक्टर के नाम, उपखण्ड अधिकारी को डीडवाना को जिला बनाने की मांग का ज्ञापन सौंपा है.
Report: Hanuman Tanwar