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Sikar News: नीमकाथाना इलाके की लादीकाबास के ग्रामीणों ने सरपंच व पंच के उपचुनाव का छठी बार भी चुनावों का बहिष्कार कर दिया. आज नामांकन के दिन एक भी ग्रामीण ने नामांकन दाखिल नहीं किया जिससे चुनाव पार्टी को बैरंग ही लौटना पड़ा. ग्रामीणों की मांग है कि जब तक ग्राम पंचायत लादी का बास ग्राम पंचायत को अजीतगढ़ ग्राम पंचायत से हटाकर पाटन पंचायत समिति में शामिल नहीं किया जाता तब तक ग्रामीणों का आंदोलन यूं ही जारी रहेगा.
ग्रामीण मांगों को लेकर करीब 3 साल से चुनाव का बहिष्कार करते आ रहे हैं. गौरतलब है कि राज्य सरकार ने नवंबर 2019 के परिसीमन में अजीतगढ़ नई पंचायत समिति बनी थी. जिसमें ग्राम पंचायत लादीकाबास को पाटन से हटाकर अजीतगढ़ में शामिल किया गया था. तब से लेकर आज तक ग्रामीण पाटन पंचायत समिति में शामिल होने के लिए एक स्वर में लामबंद है. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार, जनप्रतिनिधि व निर्वाचन आयोग जब तक हमारी मांग को नहीं मानती है तब तक हम नामांकन तक दाखिल नहीं करेंगे. वहीं अगले साल आने वाले विधानसभा चुनाव का भी बहिष्कार करेंगे. ग्रमीणों को नई पंचायत समिति में शामिल किए जाने पर आर्थिक हानि तो होगी साथ ही समय का भी नुकसान होगा.
इस दौरान रूड़मल गुर्जर, छीतर, भागीरथ गुर्जर, जगदीश गुर्जर, तोताराम गुर्जर, गिरधारी लाल, छाजूराम, उमराव, बनवारी लाल कैप्टन, पिथाराम, मातादीन, हनुमान प्रसाद, भगवाना राम, ख्यालीराम, जयनारायण, भागीरथ, जयराम, शिवराम, मुखाराम, रामकरण, रामकुंवार, पूरण प्रजापत समेत अनेक ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत लादीकाबास को नवसृजित पंचायत समिति अजीतगढ़ से शीघ्र हटाया जाएं. जिससे हम मतदान कर ग्राम पंचायत के विकास में भागीदारी निभा सके.
रिटर्निंग अधिकारी सतीश चंद्र शर्मा ने बताया कि ग्रामीणों को चुनाव में हिस्सा लेने के लिए समझाया गया था. नामांकन करने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर नोटिस भी चस्पा किए गए थे. लेकिन, ग्रामीणों ने पंच-सरपंच पद के लिए नामांकन तक दाखिल नहीं किया.
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