Khatushyam Ji: खाटू श्याम के भक्तों के लिए खुशखबरी, आज शाम 4 बजे आसानी से हो जाएंगे बाबा के दर्शन
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1559814

Khatushyam Ji: खाटू श्याम के भक्तों के लिए खुशखबरी, आज शाम 4 बजे आसानी से हो जाएंगे बाबा के दर्शन

Khatushyam Ji: राजस्थान के सीकर में बसे खाटू श्याम के 85 दिन से बंद पट आज शाम 4 बजे से खुल जाएंगे, जिसके बाद नई व्यवस्थाओं में बाबा के भक्त आराम से दर्शन कर पाएंगे, जिसके लिए सभी को केवल 4 मिनट का समय दिया जाएगा. 

Khatushyam Ji: खाटू श्याम के भक्तों के लिए खुशखबरी, आज शाम 4 बजे आसानी से हो जाएंगे बाबा के दर्शन

Khatushyam Ji: राजस्थान के सीकर में बसे खाटू श्याम के पट पिछले 85 दिन से बंद थे, जो आज यानि  6 फरवरी शाम 4 बजे से आम लोगों के लिए खुलने वाले हैं. इसकी जानकारी श्री श्याम मंदिर कमेटी ने एक नोटिफिकेशन जारी करते श्याम भक्तों को दी है, जिसके बाद से ही भक्तों में खुशी छाई हुई है. इसके साथ ही लोग आने वाले खाटू मेले की तैयारियों में जुट गए हैं. 

खाटू मेला 22 फरवरी से लेकर धुलेंडी तक चलने वाला है. मंदिर कमेटी के सदस्य ने कहा कि 13 नवंबर के मंदिर के पट को बंद किया गया था, जिसके बाद आज श्याम बाबा के भक्त खाटू नरेश के दीदार कर पाएंगे. 

4 मिनट तक कर सकेंगे बाबा का दीदार 
बता दें कि लोगों के सुलभ और सुगम दर्शन करवाने के लिए मंदिर परिसर और बाहरी इलाके में बदलाव किए गए हैं. इसकी कारण पिछसे 85 दिन से मंदिर बंद था. जानकारी के अनुसार, मंदिर में कतारों की संख्या बढ़ा दी गई है. अब बाबा के भक्त आराम से 16 लाइनों में खड़े होकर बाबा के दर्शन कर पाएंगे और हर भक्त को इसके लिए 4 मिनट का वक्त दिया जाएगा. 

खाटू श्याम मंदिर में नई व्यवस्था होंगी लागू 
जिला प्रशासन की पहल के चलते अब बाबा श्याम के दरबार में  तिरुपति बालाजी मंदिर जैसे सभी व्यवस्था की जाएंगी, जैसे लगेज की स्क्रीनिंग, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, डोनेशन दर्शन, सामान्य-वीआईपी दर्शन के साथ श्रद्धालुओं की फोटो स्कैन होती है. इससे भक्तों की संख्या के बारे में मंदिर और स्थानीय प्रशासन को पता होता है. ये सभी व्यवस्था जल्द ही खाटू श्याम मंदिर में लागू की जाएंगी. 

fallback

झंडे नहीं जाएंगे मंदिर 
वहीं, मंदिर ट्रस्ट के मंत्री श्याम सिंह ने कहा कि खाटू नगरी में हर साल लक्खी मेले का आयोजन होता है, जिसमें लाखों देश-विदेश भक्त आते हैं. इसके अलावा हर महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी और द्वादशी को भी मेले का आयोजन होता है. इस बार मेला 22 फरवरी को शुरू होगा, जिसके लेकर सभी तैयारियां की जा रही हैं. इस बार बाबा के भक्त निशान (झंडे) को मंदिर तक नहीं ले जा सकेंगे, इसके लिए लखदातार मैदान के पास ही झंडे इकठ्ठे कर लिए जाएंगे. 

Trending news